भोपाल। भोपाल सेंट्रल जेल से भागने के बाद सिमी के 8 आतंकियों को मार गिराए जाने पर राजनीति तेज हो गई है। विपक्षी दलों ने एनकाउंटर की न्यायिक जांच कराने की मांग की है। वहीं बीजेपी ने घटना को राजनीतिक रंग देने का आरोप लगाया है। इस बीच मध्य प्रदेश के मानवाधिकार आयोग ने जेल और पुलिस प्रशासन को नोटिस जारी कर पूरे मामले पर 15 दिन में जवाब मांगा है।

इससे पहले एमआईएम अध्यक्ष और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन और लेफ्ट नेता वृंदा करात ने एनकाउंटर पर सवाल खड़े किए थे। ओवैसी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट को इस पर जांच बिठानी चाहिए। जेल से फरार कैदी अच्छी तरह से कपड़े पहने कैसे हो सकते हैं? वहीं बृंदा करात ने कहा है कि सरकार का बयान संदिग्ध है और विरोधाभासी बयानों से भरा हुआ है।

बता दें कि सोमवार तड़के जेल में हेड कॉन्स्टेबल का गला रेतकर ये सभी आतंकी फरार हो गए थे लेकिन भोपाल से 10 किलोमीटर दूर पुलिस ने सुबह 11 बजे इन आतंकियों को गुनगा थानाक्षेत्र के आचारपुरा गांव में मुठभेड़ में ढेर कर दिया।