पहले 54, फिर 64 और अंत में 71 लोगों के नाम पर लगी मुहर

लखनऊ: मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश सरकार साहित्य, संस्कृति, समाजसेवा, चिकित्सा, कला तथा खेल जगत से जुड़ी 71 विभूतियों को आज यश भारती पुरस्कार से सम्मानित किया। सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव 71 विभूतियों को यश भारती सम्मान देने के लिए आयोजित समारोह में नहीं पहुंचे । पहली बार ऐसा हुआ है कि मुलायम यश भारती सम्मान समारोह में नहीं पहुंचे। इसे मुलायम की अखिलेश से नाराजगी से जोड़कर देखा जा रहा है। हालांकि सम्मान
समारोह के बाद मुख्यमंत्री अखिलेश यादव मुलायम से मिलने उनके आवास पर पहुंचे।

सम्मान समारोह मुख्यमंत्री ने कहा कि विभूतियों को सम्मान देने के कारण ही तमाम क्षेत्रों में उत्तर प्रदेश आगे है। उन्होंने कहा कि सम्मान करने का काम नेताजी ने किया। उन्होंने महान कवि हरिवंश राय बच्चन को मुंबई में सम्मानित किया। साहित्य जगत में योगदान के लिए हरिवंश राय बच्चन को घर जाकर सम्मानित किया। उन्हें खुद मुलायम सिंह यादव ने सम्मानित किया।

मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज कला, संस्कृति, विज्ञान, चिकित्सा व अन्य क्षेत्रों में अतुलनीय योगदान देने वाले 71 विभूतियों को सम्मानित किया। सीएम अखिलेश यादव ने उन्हें शॉल के साथ प्रशस्ति पत्र भेंट कर उनका सम्मान किया। उन्होंने सभी का अभिवादन करते हए आभार भी प्रकट किया। उन्होंने बताया कि अस्वस्थ्य और वरिष्ठ नागरिकों को नेताजी ने खुद घर जाकर सम्मानित किया।

उन्होंने इस दौरान अपने सरकार की कई उपलब्धियों जैसे- लैपटॉप योजना, कन्या विद्या धन आदि के बारे में बताया। उन्होंने आशा व्यक्त करते हुए कहा कि भविष्य में इससे भी ज्यादा विभूतियों को उनके बेहतर काम करने के लिए सम्मानित करना चाहते हैं। सम्मान यूपी के संस्कृति विभाग की ओर से वर्ष 2016-17 के लिए दिया गया। सम्मान समारोह उत्तर प्रदेश के नवनिर्मित लोक भवन में आयोजित किया गया।

आज शास्त्रीय संगीत में उस्ताद गुलफाम, कथक के लिए सोनी चौरसिया, बिरहा के लिए काशीनाथ यादव, साबरी ब्रदर्स (आफताब-हाशिम) को कव्वाली के लिए अवार्ड, सूफी गायन के लिए मो. असलम वारसी, पूर्व क्रिकेटर ज्ञानेंद्र पांडेय, क्रिकेटर भुवनेश्वर कुमार, प्रवीण कुमार व पीयूष चावला, गीतकार संतोष आनंद, अभिनेता नसीरुद्दीन शाह, निर्देशक सौरभ शुक्ला, निर्देशक अनुभव सिन्हा, टीवी कलाकार सुमोना चक्रवर्ती, स्वरुप कुमार बख्शी (साहित्य), रंगमंच कर्मी अनिल रस्तोगी, नवाब मीर जाफर अब्दुल्ला, सुमन यादव को खेल में यश भारती, मो. बशीर बद्र को साहित्य के लिए, वेंकट चंगावली को समाजसेवा के लिए, फारुख अहमद को समाजसेवा के लिएा, डॉ. सबीहा अनवर को शिक्षा के लिए, चिकित्सा के लिए प्रो. राकेश कपूर, सैय्यद मो. हस्सना को यूनानी चिकित्सा, योगेश मिश्रा को पत्रकारिता के लिए, कमर रहमन को शिक्षा एवं विज्ञान के लिए, गीताकार मनोज मुंतसिर, बेगम हबीबुल्ला को समाज सेवा के लिए, पंडित विश्वनाथ को शास्त्रीय संगीत के लिए, डॉ. रतीश अग्रवाल को चिकित्सा के लिए, राजकृष्ण मिश्र को साहित्य के लिए, राजेंद्र सिंह को जल संचयन के लिए, मणेंद्र कुमार मिश्र को लेखन के लिए, जनरल अनिल चैत को सैन्य सेवा के लिए, महेश्वर तिवारी को साहित्य के लिए, सर्वेश अस्थाना को साहित्य के लिए, ओमा दपक को साहित्य के लिए, दीपराज राणा को फिल्म निर्देशन के लिए, रवि कपूर को फोटोग्राफी के लिए, डॉ. दीपक अग्रवाल को चिकित्सा के लिए, डॉ. रामरतन रैना को चिकित्सा के लिए, डॉ. शिवानी मातनहेलिया को शास्त्रीय संगीत, अशोक निगम को पत्रकारिता के लिए, अर्जुन बाजपेयी को पर्वतारोहण के लिए, पेटीएम के विजय शेखर शर्मा, गार्गी यादव को (कुश्ती), राम मिलन यादव (कुश्ती), रमाकांत यादव (चिकित्सा), आत्म प्रकाश मिश्रा दूरदर्शन, गौर दास चौधरी (चिकित्सा), पैरा ओलम्पिक विजेता वरुण कुमार को सम्मानित किया गया।

सम्मानित विभूतियों को 11 लाख रुपए के चेक और प्रमाण पत्र भी दिया गया। संस्कृति विभाग की ओर से मिलने वाले इस पुरस्कार को पाने वाले सभी लोगों को 50 हजार रुपए पेंशन हर महीना दिया जाएगा। सरकार ने पहले यश भारती पुरस्कार के लिए 54 विभूतियों का नाम फाइनल किया था, इसके बाद इनकी संख्या 64 पर पहुंची और फिर आज 71 दिग्गजों के नाम पर मुहर लगी, कई लोगों को यश भारती का फैसला तो सम्मान समारोह के दौरान ही किया गया ।