मुजफ्फरपुर: मुजफ्फरपुर के अहियापुर के बजरंग बिहार कॉलोनी में रविवार की रात महिला इंजीनियर को कुर्सी से बांधकर जिंदा जला दिया गया। मौके पर केवल राख और पैर की हड्डियां मिली हैं। बगल में पड़ी चप्पल और कपड़े के आधार पर जेई की मां और बेटे ने शिनाख्त की है। पुलिस मामले की तफ्तीश कर रही है।

जेई सरिता कुमारी जिले के मुरौल ब्लॉक में मनरेगा में कार्यरत थी। सोमवार की सुबह मकान मालिक विजय गुप्ता ने इसकी जानकारी पुलिस को दी। विजय गुप्ता ने कहा कि सरिता के साथ उनकी जान-पहचान थी। वह अपने कार्यालय का काम उनके मकान में ही निपटाती थी। मकान की एक चाबी उसके पास भी रहती थी। सुबह जब उसने कमरा खोला तो घटना की जानकारी मिली। उसने तुरंत इसकी जानकारी पुलिस को दी।

मौके पर राख के अलावा केवल हड्डियां मिली हैं। पुलिस के अनुसार,घटनास्थल को देखकर लगता है कि सरिता की हत्या कहीं और की गई है। यहां लाकर लाश को जलाया गया है। कमरे से केरोसीन का गैलन भी मिला है। विजय गुप्ता को भी हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।

सीतामढ़ी से आई सरिता की मां कुसुम ने पुलिस को दिए बयान में हत्या की आशंका जतायी है। हालांकि किसी का नाम नहीं लिया है। कुसुम ने कहा कि उसका पति कोई काम नहीं करता था। इसको लेकर दोनों में आये दिन विवाद होता रहता था। यह बात उसके पति विजय नायक ने भी कबूली है। देर शाम तक उसका पति नायक सीतामढ़ी से मौके पर नहीं आया था। मुरौल में उसके साथ काम करने वाले लोगों ने बताया कि सरिता हमेशा विजय के साथ ही कार्यालय आया करती थी। सरिता अपने घर पर छोटे बेटे के साथ यहां रहती थी जबकि बड़ा बेटा दरभंगा से पॉलिटेक्निक की पढ़ाई करता है। पति सीतामढ़ी में गांव में रहता है।