नई दिल्ली। समाजवादी पार्टी से निकाले जाने पर रामगोपाल यादव बेहद आहत हैं। उन्होंने अपने ऊपर लगे आरोपों पर सफाई देते हुए एक चिट्ठी लिखी है। इसमें उन्होंने कहा है कि नेताजी मेरे बड़े भाई और राजनीतिक गुरु, नेताजी आसुरी शक्तियों से घिरे हैं, जब उनसे मुक्त होंगे तो सच्चाई का एहसास होगा।
रामगोपाल यादव ने कहा कि इस धर्मयुद्ध में मैं अखिलेश के साथ, दोबारा मुख्यमंत्री बनने तक रहूंगा। पार्टी से निकाले जाने का दुख नहीं, लेकिन आरोपों से पीड़ा हुई।