जमीअत उलमा ने फख्रपुर, कुशी नगर, प्रतापगढ़ दंगों के बारे में मंत्री को ज्ञापन दिया

कानपुर :- बहराइच के थाना फख्रपुर के ततेहरा गाँव, कुशी नगर के बतरोली व प्रतापगढ़ के भैंसना ग्राम में हुए दंगों में मुसलमानों के नुकसान और उनके साथ हो रही नाइंसाफी पर शामिल जमीअत उलमा उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष मौलाना मुहम्मद मतीनुल हक उसामा कासमी ने शहर आए उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री जियाउद्दीन रिज़वी को ज्ञापन पेश किया है और हो रही घटनाओं और उसके बाद की स्थिति के बारे में विस्तार से बताया।
मौलाना मुहम्मद मतीनुल हक उसामा क़ासमी ने मंत्री को ज्ञापन देते हुए कहा कि बहराइच के फख्रपुर गाँव ततेहरा में जहां मुसलमान अत्याचार के शिकार हुए अब उन्हीं के खिलाफ क्रॉस रिपोर्ट के जरिये कार्रवाई की जा रही है और दंगे का मास्टरमाइंड अब तक गिरफ्त़ से बाहर हैं। और कुशीनगर के बतरोली गाँव में हुए दंगों में मुसलमानों का काफी नुकसान हुआ। इसी तरह प्रतापगढ़ के भैंसना जो अमेठी की सीमा पर स्थित है वहां पर मुसलमानों के खिलाफ एकतरफा कार्रवाई की जा रही है और दूसरे पक्ष के खिलाफ प्राथमिकी तक दर्ज नहीं हो रही है। जमीअत उलमा का प्रतिनिधिमंडल इन क्षेत्रों का दौरा कर चुका है और राहत का काम भी किया है लेकिन सरकार की ओर से कोई पर्याप्त काम नहीं किया जा रहा है पुलिस की पक्षपातपूर्ण कार्य से अल्पसंख्यकों में निराशा और सरकार के प्रति गुस्सा पाया जा रहा है। मौलाना ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार को इस ओर विशेष ध्यान देने की जरूरत है और दोषी पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई आवश्यक है और फसाद मचाने वालों की पहचान करके उन्हें सख्त सजा दी जाए तभी दंगों पर नियंत्रण होगा। मौलाना ने कहा कि उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में ऐसे हालात बनते जा रहे हैं जहां से अल्पसंख्यक घर छोड़ने तक को मजबूर हो रहे हैं केवल दंगा प्रभावित क्षेत्रों में पुलिस के खराब प्रदर्शन और ओर एकतरफा कार्यवाही के कारण अपने क्षे़त्रों को मजबूर हो रहे हैं। मौलाना ने कैबिनेट मंत्री ज़ियाउद्दीन रिजवी को इन दंगों में हुए नुकसान का विवरण और मांगों पर आधारित ज्ञापन दिया और कई बातें मौखिक रूप से भी बताईं जिसे मंत्री ने नोट किया और कार्रवाई का यक़ीन दिलाया।