लखनऊ: अखिल भारतीय कंाग्रेस कमेटी द्वारा लखनऊ मंे चल रही राहुल संदेश यात्रा के पर्यवेक्षक – महाराष्ट्र सरकार के पूर्व मंत्री एवं राज्यसभा सांसद हुसैन दलवाई एवं महाराष्ट्र प्रदेश कंाग्रेस कमेटी के महामंत्री प्रकाश सोनावनी का आज लखनऊ मध्य विधानसभा क्षेत्र में मारूफ खान के जनसम्पर्क कार्यालय में स्वागत समारोह का आयोजन किया गया। इसके उपरान्त एक बैठक का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता वरिष्ठ कांग्रेस नेता हसन अब्बास नेे की। जिसमें बड़े पैमाने पर अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों ने शिरकत की। बैठक में लखनऊ में चल रही राहुल संदेश यात्रा एवं आगामी विधानसभा चुनाव के सम्बन्ध में चर्चा की गयी। बैठक में प्रदेश कंाग्रेस के महामंत्री एवं लखनऊ शहर प्रभारी श्री संजीव सिंह भी मौजूद रहे।
इस मौके पर हुसैन दलवाई ने कहा कि राहुल संदेश यात्रा को जनता का जिस अपार जनसमर्थन मिल रहा है। उससे ऐसा प्रतीत होता है कि उ0प्र0 में कंाग्रेस का जनाधार बहुत तेजी से बढ़ रहा है। उन्होने कहा कि विशेष रूप से अल्पसंख्यक समुदाय के बीच कांग्रेस पार्टी के प्रति काफी रूझान देखने को मिल रहा है। श्री दलवाई ने कहा कि कांग्रेस पार्टी का ग्राफ दिनों-दिन बढ़ रहा है जिससे प्रदेश के गैर कांग्रेसी दलों में बेचैनी बढ़ रही है। उन्होने यूपीए सरकार द्वारा एवं महाराष्ट्र सरकार द्वारा अल्पसंख्यक हितों के लिए उठाये गये कार्यों की विस्तृत चर्चा की।
प्रदेश कंाग्रेस के महामंत्री एवं कम्युनिकेशन विभाग के वाइस चेयरमैन मारूफ खान ने बताया कि जहां प्रदेश पूरी तरह डेंगू एवं चिकनगुनिया की चपेट में है और सैंकड़ों लोगों की मौते हो चुकी हैं वहीं दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी अपनी पारिवारिक कलह में जूझ रही है। उन्होने कहा कि बहुजन समाज पार्टी ने प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के साथ मिलकर तीन बार सरकार बनाई है। प्रदेश का अल्पसंख्यक समुदाय भाजपा, बसपा और सपा तीनों दलों को देख चुकी है और निराश हो चुकी है, ऐसे में 2017 के विधानसभा चुनाव में प्रदेश की आम जनमानस विशेषकर अल्पसंख्यक समुदाय एकजुट होकर कंाग्रेस की ओर देख रही है।
इस अवसर पर महाराष्ट्र प्रदेश कंाग्रेस कमेटी के महामंत्री श्री प्रकाश सोनावनी, प्रदेश कंाग्रेस के महामंत्री एवं लखनऊ शहर प्रभारी श्री संजीव सिंह, रफत सैदा सिद्दीकी, रईस अहमद, शब्बू कुरैशी, सै0 मोहम्मद सैफुद्दीन आदि ने भी बैठक में अपने विचार रखे।
इस मौके पर मौलाना इरफान नदवी, कारी मोहम्मद हारून, फैय्याज अली, शुएब खान, मौलवी एहसान, कैप्टन अदील अहमद, हसन अब्बास, कारी हिदायत रसूल, अब्दुल कादिर, अफजाल अहमद, कमाल अहमद हीरू, संदीप पोद्दार, अबुबकर ताज बाबू आदि विशेष रूप से मौजूद रहे।