राज्यपाल ने सिल्क मार्क एक्सपो-2016 का उद्घाटन किया

लखनऊः उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने आज बारादरी कैसरबाग में केन्द्रीय रेशम बोर्ड, वस्त्र मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा आयोजित सिल्क मार्क एक्सपो-2016 का उद््घाटन किया तथा प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया।
राज्यपाल ने इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि व्यापार में ब्राडिंग का बहुत बड़ा महत्व है। अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में प्रतिस्पर्धा के लिये भारतीय रेशम उत्पाद की ब्राडिंग करें। देश में रेशम हजारों साल पुराना उद्योग है। विदेशों में भारतीय रेशम आज भी लोगों की पहली पसन्द है। असली और नकली सिल्क की पहचान के लिये ब्राडिंग व्यवस्था जरूरी है। उन्होंने कहा कि विश्व में ब्राडिंग के माध्यम से अपनी विशेषता को पहचान बनाने की जरूरत है।
श्री नाईक ने कहा कि बेरोजगारी समाप्त करने और रोजगार उपलब्ध कराने में रेशम उद्योग का महत्वपूर्ण योगदान है। डिजाइनर अपनी कला में नई सोच डालकर अपने उत्पाद को लोकप्रिय बनायें। जैसे लोगों को खाने के लिये अन्न चाहिए, रहने के लिये घर चाहिए ठीक उसी प्रकार उपभोक्ताओं को पहनने के लिये उनकी पसन्द के कपड़े भी चाहिए। इसलिये लोगों की पसन्द का ध्यान रखते हुए उन तक अपनी पहुंच बनायें। उन्होंने कहा कि रेशम उत्पाद को लोकप्रिय बनाने के लिये उसकी कीमत हर वर्ग के आय के अनुसार तय होनी चाहिए।
राज्यपाल ने कहा कि रेशम बनाने के लिये यंत्र का उपयोग कम होता है ज्यादातर हस्तनिर्मित रेशम बनाने वाले लोगों का काम पीढ़ियों दर पीढ़ियों चलता है। कपड़े की कीमत ब्राडिंग के माध्यम से होती है तो लोगों में विश्वसनीयता बढ़ती है। किसी भी उद्योग में सुधार लाने के लिये दूसरों के सुझाव पर विचार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि दूसरों के सुझाव भविष्य के लिये लाभदायक होते हैं।