बाप की लाश नही देख पाया मासूम

सुलतानपुर। पुलिस की लापरवाही से एक मासूम अपने बाप का चेहरा नही देख पाया। जल्दबाजी इतनी दिखाई गयी कि बिना शिनाख्त किये ही शव का पोस्टमार्टम कराकर पुलिस ने अन्तिम संस्कार भी कर डाला। हालाकि आशनाई के चक्कर में हुई हत्या का मुकदमा दर्ज कर पुलिस मामले की छानबीन करने में
जुट गयी है।

मामला कुड़वार थाना क्षेत्र का है। बीते 8 अक्टूबर को थाना क्षेत्र के दादुपुर गांव के समीप एक युवक की लाश पायी गयी थी। पुलिस ने शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम करा दिया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक उसकी हत्या कर शव फेका गया था। मौके पर मिली चाभी और मोबाइल से उसकी शिनाख्त बहुबरा निवासी अमित यादव के रूप मे हुई। हैरत की बात यह रही कि एक दिन पहले से गायब अमित के परिजनों ने कुड़वार थाने में गुमशुदगी दर्ज करायी थी। लाश मिलने के बाद पुलिस ने थाने पर मौजूद फोटो की मिलान न करके लाश का अन्तिम संस्कार कर डाला। परिजनों को मलाल हैं कि पुलिस की लापरवाही की वजह से वह अमित का चेहरा आखिरी बार नही देख पाये। परिजनों के मुताबिक अमित की हत्या कथित प्रेमिका के भाईयों ने अपहरण करने के बाद हत्या कर दी थी।

कुड़वार थाने की पुलिस की लापरवाही का यह कोई नया मामला नही है। दो दिन पहले जहां मासूम बच्ची की पिकअप से कुचल कर मौत हो गयी थी और लाश का बिना पोस्टमार्टम कराये अन्तिम संस्कार करवा दिया गया वही ओम प्रकाश सोनकर की हत्या मामले में अभी तक आरोपियों से पूछ-ताछ तक नही की गयी। सूत्रो का कहना है कि एसओ धर्मराज उपाध्याय इसलिए बेबाकी अंदाज में डयूटी करते है कि वह पुलिस कप्तान के साथ बैडमिन्टन खेलते-खेलते मुंह लगे हो गये हैं। ऐसा वह बडाई में लोगो से कहते फिरते है। हालाकि अमित यादव प्रकरण में पुलिस का कहना है कि शिनाख्त के लिए पूरी कोशिश की गयी थी।