अखिलेश के जाने के बाद लोहिया पार्क पहुंचे मुलायम

लखनऊ: सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने कहा है कि पुराने वक्त के कार्यकर्ताओं जैसा समर्पण और जोश आज के कार्यकर्ताओं में नहीं है। यहां लोहिया पार्क में राम मनोहर लोहिया की पुण्यतिथि के अवसर पर मुलायम ने कहा कि केवल नारेबाजी से काम नहीं चलेगा। उन्होंने कहा कि आजकल के नाते मेहनत तो बहुत करते हैं, लेकिन सीखते नहीं है। उन्हें तरीका नहीं पता है। आज न तो कोई किताब खरीदता है और न पढ़ता है।

सपा प्रमुख ने कहा कि लोहिया पुस्तकालय कोई नहीं जाता है। मैंने अनिवार्य कर दिया कि जो पढ़ेगा उसको टिकट देंगे तब लोग किताबें खरीदने लगे, लेकिन इसके बाद भी वे किताबें नहीं पढ़ते हैं। इससे पहले मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने लोहिया पार्क में लोहिया की प्रतिमा पर माल्यापर्ण किया और उसके तुरंत बाद चले गए।

सीएम के जाने के तकरीबन एक घंटे बाद मुलायम लोहिया पार्क पहुंचे। हालांकि तब तक वहां शिवपाल सिंह यादव मौजूद थे, उन्होंने मुलायम का इंतजार किया। यहां मौजूद कार्यकर्ताओं को उम्मीद थी कि सपा प्रमुख परिवार में चल रहे ‘सत्ता संग्राम पर कुछ बोलेंगे। लेकिन उन्होंने इस पर बोलने से परहेज किया। मुलायम ने देर से आने की वजह बताईं। उन्होंने कहा कि दिल्ली में बड़ा कार्यक्रम छोड़कर वह यहां आए हैं। उन्होंने लखनऊ आना ज्यादा जरूरी समझा।

मुलायम ने अपने भाषण के दौरान लोहिया को याद किया और उनके साथ गुजारे संस्मरण भी सुनाए। मुलायम ने कहा कि देश में अमीरों और गरीबों के बीच खाई बढ़ती जा रही है। अब गरीबों और अमीरों के वेतन का फर्क एक हजार गुना तक बढ़ गया है, लोहिया इसी गैर बराबरी की बात किया करते थे। उन्होंने कहा कि गरीबों को अब भी 120 रुपए की न्यूनतम मजदूरी मिल रही है।