नई दिल्ली: रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने कहा कि भारत को राफेल फाइटर प्लेन को हासिल करने के लिए 36 महीनों का लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि राफेल भारत को जल्द मिलेगा।

दरअसल भारत और फ्रांस के बीच 23 सितंबर को राफेल फाइटर प्लेन के लिए 7.87 बिलियन यूरो (59,000 करोड़ लगभग) में डील पक्की हुई थी। इस करार के प्रावधान के तहत भारत को 36 महीने में राफेल की डिलीवरी शुरू हो जाएगी। लेकिन रक्षा मंत्री पर्रिककर ने कहा कि हमने फ्रांस से अनुरोध किया है कि वे जितनी जल्दी हो सके हमें राफेल की डिलीवरी करें।

रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने कहा कि सेना के जवान चंदू बाबूलाल चव्हाण को पाकिस्तान से वापस लाने के लिए डीजीएमओ के जरिये एक सुगठित तंत्र को सक्रिय कर दिया गया है। चव्हाण गलती से सीमा पार कर गए थे जिसके बाद पाकिस्तान ने उन्हें पकड़ लिया।

उन्होंने कहा, वह सीमा पार कर गए, ऐसा सीमाई इलाकों में होता रहता है। डीजीएमओ (सैन्य अभियान महानिदेशक) के जरिये एक सुगठित तंत्र को सक्रिय कर दिया गया है। गत 30 सितंबर को 37 राष्ट्रीय रायफल्स के जवान चव्हाण गलती से नियंत्रण रेखा पार कर गए थे। डीजीएमओ ने हॉटलाइन पर पाकिस्तान को इसकी जानकारी दे दी है। सेना ने कहा, दोनों ही तरफ सेना एवं आम नागरिकों का गलती से सीमा पार कर जाना असामान्य नहीं है। उन्हें मौजूदा तंत्रों के जरिये वापस ले आया जाता है।

शुक्रवार को गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने सैनिक के परिवार को फोन कॉल कर उसकी रिहाई के लिए पूरी कोशिशें किए जाने को लेकर आश्वस्त किया था। चव्हाण के साथ हुई घटना की खबर सुनकर उसकी दादी की सदमे से मौत हो गई थी। पर्रिकर ने साथ ही कहा कि लोगों को सतर्क रहना चाहिए और किसी भी असामान्य चीज की पुलिस को जानकारी देनी चाहिए।