मुख्यमंत्री ने आॅल इण्डिया स्माॅल न्यूज़पेपर एसोसिएशन के प्रान्तीय सम्मेलन को सम्बोधित किया

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि लोकतंत्र को मजबूत बनाने में मीडिया की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा कि ‘इन्फाॅर्मेशन फ्लो’ हमारी ताकत है। ऐसे में छोटे समाचार पत्र तहसील, ब्लाॅक और गांव के स्तर पर महत्वपूर्ण समाचारों को लोगों तक पहुंचाने तथा जन समस्याओं को सरकार तक पहुंचाने का काम करते हैं, उनके महत्व को नकारा नहीं जा सकता। लघु समाचार पत्र संसाधनों की कमी के कारण विभिन्न समस्याओं से जूझते हुए भी इन स्तरों पर लोकतंत्र को मजबूत करने का काम कर रहे हैं, यह सर्वविदित है। उन्होंने कहा कि समाजवादी सरकार लोकतांत्रिक मूल्यों में गहरी आस्था रखती है, अतः छोटे समाचार पत्रों की समस्याओं को सुलझाने के सारे प्रयास किए जाएंगे।

मुख्यमंत्री ने यह विचार आज यहां सिटी माॅन्टेसरी स्कूल के सभागार में आयोजित आॅल इण्डिया स्माॅल न्यूज़पेपर एसोसिएशन (आइसना) के प्रान्तीय सम्मेलन को मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि सीमित संसाधनों के बावजूद अखबार निकालना और इसे निरन्तर चलाते रहना एक चुनौती भरा कार्य है। उन्होंने लघु समाचार पत्र निकालने वालों के जज़्बे की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे समाचार पत्रों के माध्यम से जहां एक ओर लोगों को सरकार की नीतियों, कार्यक्रमों इत्यादि की जानकारी मिलती है, वहीं दूसरी ओर सरकार को भी जनता की समस्याओं की जानकारी मिलती है और कई बार इनका तत्काल समाधान भी सुनिश्चित किया जाता है।

श्री यादव ने कहा कि वर्तमान समाजवादी सरकार ने लोकतांत्रिक व्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान करने वाली सभी संस्थाओं को मजबूती प्रदान करते हुए उनके सम्मान को भी बहाल करने का काम किया है। प्रदेश की समाजवादी सरकार एक उदारवादी लोकतांत्रिक सरकार है और वह मीडिया को लोकतंत्र का अभिन्न अंग मानती है। इसलिए वह मीडिया के लोगों का हर सम्भव सहयोग करती है। उन्होंने कहा कि हाल ही में सरकार द्वारा पत्रकारों के आवास से जुड़ी समस्या के स्थायी समाधान के लिए आवासीय योजना की शुरूआत करने का भी फैसला लिया गया है। राज्य सरकार द्वारा दुर्घटनाग्रस्त पत्रकारों एवं उनके परिवारों की भी भरपूर मदद की जा रही है।

मुख्यमंत्री ने समाचारों एवं सूचनाओं के सम्प्रेषण में मीडिया विशेषकर लघु समाचार पत्रों की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वे जनता और सरकार के बीच पुल का कार्य करते हैं। उन्होंने कहा कि आज के दौर में पत्रकारिता के क्षेत्र में काफी बदलाव आए हैं। सूचना सम्प्रेषण में इण्टरनेट की मौजूदगी से बहुत बदलाव आया है। अब किसी भी घटना से सम्बन्धित समाचार को सोशल मीडिया का प्रयोग करते हुए तत्काल प्रसारित किया जा सकता है। इलेक्ट्राॅनिक मीडिया ने भी समाचार की दुनिया को बदलकर रख दिया। उन्होंने कहा कि ‘ब्रेकिंग न्यूज़’ से भी काफी बदलाव आए हैं। उन्होंने आशा व्यक्त की कि पत्रकार अपनी जिम्मेदारियों का निर्वाह पूरी निष्ठा और ईमानदारी से करेंगे।

प्रदेश सरकार द्वारा विगत साढ़े चार वर्षों के दौरान कराए गए विभिन्न विकास कार्यों पर प्रकाशन डालते हुए श्री यादव ने कहा कि आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे न केवल उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को बदलेगा, बल्कि इसका प्रभाव पूरे देश की अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा। उन्होंने कहा कि सिर्फ उत्तर प्रदेश ही एक ऐसा राज्य है, जहां पर लखनऊ के अलावा कानपुर, वाराणसी जैसे कई अन्य शहरों में भी मेट्रो चलाने की कार्रवाई की जा रही है। जनहितकारी योजनाओं के अंतर्गत समाजवादी पेंशन योजना के माध्यम से प्रदेश के 55 लाख गरीब परिवारों की महिला मुखिया को लाभान्वित किया जा रहा है। इसी प्रकार निःशुल्क लैपटाॅप वितरण, कन्या विद्या धन योजना इत्यादि के माध्यम से गरीब परिवारों के मेधावी छात्र-छात्राओं को लाभान्वित किया जा रहा है। ‘108’ समाजवादी स्वास्थ्य सेवा तथा ‘102’ नेशनल एम्बुलेंस सर्विस की अपार सफलता जग जाहिर है। इनका भरपूर लाभ दूर-दराज के गांवों में रहने वाले गरीबों को मिला है। अस्पतालों में मरीजों को इलाज और दवा मुफ्त मुहैया करायी जा रही है। सभी प्रकार की महंगी से महंगी जांचें लोगों को उपलब्ध करायी जा रही हैं। उन्होंने आशा व्यक्त की कि समाचार पत्र तथा अन्य मीडिया राज्य सरकार की योजनाओं और उसके द्वारा कराए गए कार्यों के विषय में लोगों को जानकारी उपलब्ध कराते रहेंगे।

इससे पूर्व कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने के उपरान्त मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम का उद्घाटन दीप प्रज्ज्वलित कर किया। उन्होंने इस अवसर पर एक पुस्तक ‘अपना रास्ता खुद बनाएं’ का विमोचन भी किया। कार्यक्रम के दौरान आॅल इण्डिया स्माॅल न्यूज़पेपर एसोसिएशन की ओर से मुख्यमंत्री को एक मुकुट भी पहनाया गया। एसोसिएशन की राष्ट्रीय महामंत्री सुश्री आरती त्रिपाठी ने अपनी संस्था की ओर से मुख्यमंत्री को एक मेमोरेण्डम दिया, जिस पर उन्होंने सहानुभूतिपूर्वक विचार करने का आश्वासन भी दिया।