लखनऊ: उत्तर प्रदेश में प्रतिदिन 8 से 10 हजार शौचालयों का निर्माण हो रहा है , यह जानकारी मुख्य सचिव राहुल भटनागर ने शनिवार को लखनऊ में स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के तहत आयोजित कार्यशाला में दी।शौचालयों के निर्माण में यूपी अब देश में नम्बर वन राज्य बन गया है।

उ‌न्होंने कहा कि सभी जिलों को खुले में शौचमुक्त घोषित कराने के लिए जनता को जागरूक करना होगा। इसके लिए खुले में शौच से होने वाली बीमारियों के बारे में आम नागरिकों को जानकारी देनी होगी।

उन्होंने कहा कि किसी भी जिले अथवा ब्लाक या गांव को खुले में शौचमुक्त घोषित किए जाने के लिए मात्र शौचालयों का निर्माण ही काफी नहीं है बल्कि वहां के लोगों को खुले में शौच न करने के लिए जागरूक करना भी है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश को देश का पहला खुले में शौचमुक्त राज्य घोषित कराने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों के साथ-साथ ग्राम स्तरीय अधिकारियों की भी विशेष भूमिका रही। उन्होंने कहा कि ग्राम स्तरीय अधिकारी ही गांवों में खुले में शौच न करने के लिए ग्रामीणों को जागरूक करने में अधिक सफल हो सकते हैं। लिहाजा अभियान चलाकर ग्रामीणों को खुले में शौच करने से होने वाली बीमारियों के प्रति जागरूक करना चाहिए।

इस अवसर पर पंचायती राज विभाग के प्रमुख सचिव चंचल कुमार तिवारी ने कहा कि खुले में शौच से मुक्त घोषित ग्रामों के वेरिफिकेशन में हम अभी थोड़ा पीछे हैं, किन्तु उसके लिए भी शासनादेश जारी कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि सॉलिड वेस्ट मैजेनमेन्ट के साथ-साथ लिक्विड वेस्ट मैनेजमेन्ट के लिए भी योजनाएं बनायी जा रही है तथा पांच जिलों में शीघ्र ही यह कार्य प्रारम्भ कर दिया जाएगा।