लखनऊ: अपनी प्राकृतिक सुंदरता के कारण मध्य प्रदेश सैलानियों का पसंदीदा राज्य बन रहा है। यहां नौ नेशनल पार्क, 25 वाइल्ड लाइफ सेंचुरी के साथ-साथ खजुराहो, भीमबेटका और सांची जैसी यूनेस्को व‌र्ल्ड साइ्ट्स हैं जो पर्यटकों को अपनी तरफ खींचती हैं। वहीं आर्कीटेक्चर में रुचि रखने वालों के लिए ग्वालियर व मांडू जैसे सुंदर स्थल हैं।
मध्य प्रदेश टूरिज्म कारपोरेशन के कार्यकारी निदेशक ओपी चौधरी ने आज एक पत्रकार वार्ता में प्रदेश में बढ़ रहे टूरिज्म और विभिन्न सरकारी योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी । इस सम्बन्ध में मध्य प्रदेश पर्यटन विकास निगम द्वारा शनिवार को लखनऊ में एक रोड शो का आयोजन कर सैलानियों और निवेशकों को आकर्षित करने का प्रयास किया गया ।
श्री ओपी चौधरी ने बताया कि मध्य प्रदेश के इंद्र सागर, बाण सागर, तवा जलाशय देशी-विदेशी पक्षियों की पसंदीदा जगह है और इनकी छटा देखते ही बनती है। पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए यहां आयोजित किए जाने वाले सांस्कृतिक उत्सव जैसे खजुराहो डांस फेस्टीवल, मालवा उत्सव, तानसेन फेस्टीवल, अलाउद्दीन म्यूजिक फेस्टीवल भी देखने लायक होते हैं। धार्मिक पर्यटन में रुचि रखने वालों के लिए ओमकारेश्वर व क्षिप्रा नदी जहां बारह सालों में एक बार पावन सिंहस्थ कुंभ मेले का आयोजन किया जाता है बड़ा आकर्षण है।
चौधरी ने बताया कि मध्य प्रदेश उन राज्यों में से है जहां पर्यटन अर्थ व्यवस्था की रीड़ है। पर्यटन क्षेत्र में निवेशकों को बड़े पैमाने पर लुभाने के लिए हाल में टूरिज्म कैबिनेट का गठन किया गया है। इस कैबिनेट में पर्यटन क्षेत्र से जुड़े छह विभागों को शामिल किया गया है। शुक्रवार को हुई इसकी पहली बैठक में सरकार द्वारा दस करोड़ तक के प्रोजेक्ट पर 15 फीसद छूट दी जाएगी वहीं बिजली व अन्य इंफ्रास्ट्रक्चर पर 25 फीसद और रोप वे बनाने के लिए 40 फीसद की छूट दी जाएगी। चौधरी ने कहा कि इससे टूरिज्म सेक्टर में निवेशकों को आकर्षित करने में मदद मिलेगी।