नई दिल्ली। समाजवादी पार्टी में चल रही कुनबे की कलह के बीच अमर सिंह ने आज कहा कि वो मुलायम परिवार के लिए बाहरी नहीं बल्कि बेहद नजदीकी हैं। सुबह मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने परिवार में चल रही कलह के लिए साफ कहा था कि बाहरी लोग दखल देंगे तो कैसे चलेगा? अखिलेश का यह इशारा कई लोग पार्टी में री-एंट्री करने वाले अमर सिंह के लिए मान रहे थे। अब खुद अमर सिंह ने इस पर सफाई दी है।

अमर सिंह ने साफ कहा कि अखिलेश ने मेरा नाम नहीं लिया है। अगर मैं बाहरी व्यक्ति हूं तो उनका विवाह उनके पिता ने नहीं, मैंने किय़ा। दिल्ली और लखनऊ में रिसेप्शन मैंने किया। ऑस्ट्रेलिया में पढ़ाने के लिए अखिलेश को मैं ले गया। उस समय मुझे नहीं पता था कि वो एक दिन मुख्यमंत्री बनेंगे। वो अगर मुझे मारेंगे तो मैं पूछूंगा कि बेटा कहीं हाथ में चोट तो नहीं लगी। मैं कुछ नहीं बोलूंगा। अगर मुलायम जी कुछ कहेंगे तो मैं मानूंगा।

मुलायम जो कहेंगे वो सही होगा। मुलायम जी से मेरी मुलाकात कभी खत्म नहीं हुई। मुलायम जी से मैं कभी अलग नहीं हुआ। मुझे पार्टी से निकाल दिया गया, तब भी मुलायम जी से प्रेम कम नहीं हुआ। फिर राज्यसभा भेजा। अब अगर मुलायम जी मुझसे घृणा करने लगे तो ही कुछ होगा।

कानपुर में मैंने बयान दिया था तो कहा था कि उनके चाचा अंकल शिवपाल ये भूल जाते हैं कि अखिलेश बच्चा नहीं रहा। वो एक संवैधानिक पद पर हैं और करोड़ों का प्रतिनिधित्व कर रहा है। अब अखिलेश जी को भी ये समझना चाहिए। उनको कल और आज में समन्वय बनाकर चलना होगा।