टीम इंडिया में नहीं चुने जाने पर गंभीर ने जताई नाराज़गी

नई दिल्ली: दलीप ट्रॉफी में धूम मचा रहे बाएं हाथ के दिग्गज बल्लेबाज और इंडिया ब्लू के कप्तान गौतम गंभीर को न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए टीम इंडिया में चुने जाने का पूरा भरोसा था, लेकिन सोमवार को घोषित की गई टीम में उनका नाम नहीं था. इस पर गंभीर ने निराशा जताते हुए नाराजगी भी जताई और लड़ते रहने का संकल्प भी दोहराया. टीम इंडिया में चयन नहीं होने पर उन्होंने ट्वीट किया :

'मैं निराश हूं, लेकिन हार नहीं मानी है…मुझे किनारे कर दिया गया है, लेकिन मैं कायर नहीं हूं.. धैर्य मेरा साथी है, साहस मेरी शान..इसके लिए मैं अवश्य लड़ूंगा…'

वास्तव में गौतम गंभीर घरेलू क्रिकेट में लगातार अच्छा खेल रहे हैं. वर्तमान में खेली जा रही दलीप ट्रॉफी को ही लीजिए. दिल्ली के इस बल्लेबाज ने अपने शानदार बल्लेबाजी से प्रभावित किया है. गंभीर ने दलीप ट्रॉफी में अब तक 4 फिफ्टी (77, 57, 90 और 94 रन) लगाई हैं. उन्होंने 80 के औसत से अब तक 320 रन ठोके हैं.

गौतम गंभीर ने टीम इंडिया की ओर से 56 टेस्ट की 100 पारियों में 4046 रन बनाए हैं. उन्होंने अंतिम टेस्ट दो साल पहले इंग्लैंड के खिलाफ ओवल में खेला था. हालांकि उस मैच में वह फेल हो गए थे और उनके बल्ले से सिर्फ तीन रन निकले थे.

गंभीर अपने अंतिम इंटरनेशनल टेस्ट में भले ही फेल हो गए थे, लेकिन टीम इंडिया की बड़ी जीतों में उनका अहम योगदान रहा है. जब भारत 2007 में ट्‍वेंटी-20 वर्ल्ड कप का विजेता बना था, तो उसमें गंभीर ने फाइनल मैच में पाकिस्तान के विरुद्ध 54 गेंदों पर 75 रनों की तूफानी पारी खेली थी. इस टी20 वर्ल्ड कप में गंभीर टूर्नामेंट में दूसरे नंबर पर सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे थे. उन्होंने टूर्नामेंट में 6 पारियों में 227 रन बनाए थे. वनडे वर्ल्ड कप के फाइनल में भी गंभीर ने 97 रन बनाए थे.

2008 में भी टेस्ट में वापसी के बाद उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ शानदार खेल दिखाया था और इसके बाद के 13 टेस्ट मैचों में उन्होंने शतक ठोक दिए. फिर उनका खराब दौर आ गया और अगस्त, 2014 में एक बार फिर वापसी की , लेकिन टीम में जगह नहीं पक्की कर पाए. उन्होंने कोलकाता नाइटराइडर्स को अपनी कप्तानी में दो बार आईपीएल चैंपियन भी बनाया है और बीते दो साल में उन्होंने घरेलू जमीन पर काफी रन बनाए हैं.