लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्री केशव प्रसाद मौर्य सांसद ने खननमंत्री गायत्री प्रजापति की मंत्रि पद से बर्खास्तगी के नाटक पर कहा कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने आपको बचाने के लिए गायत्री प्रजापति की बर्खास्गती का नाटक किया है। समाजवादी पार्टी की सरकार का हाल है कि सौ-सौ चूहे खाकर बिल्ली हज को चली। श्री मौर्य ने प्रश्न किया कि यदि श्री अखिलेश यादव भ्रष्टाचार के खिलाफ है तो वह मा0 उच्चन्यायालय द्वारा अवैध में हुए भ्रष्टाचार खनन की सीबीआई जांच के आदेश को रोकने के लिए सर्वोच्च न्यायालय क्यों गये ? अखिलेश यादव खनन घोटाले में गायत्री प्रजापति द्वारा किये गये भ्रष्टाचार से बच नहीं सकते है। खनन के क्षेत्र में 3 लाख करोड़ का भ्रष्टाचार एवं राजस्व की क्षति हुई है उसके लिए जिम्मेदार एवम् मुख्यमंत्री है।
श्री मौर्य ने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि सीबीआई जांच में प्रदेश के अंदर व्याप्त भ्रष्टाचार का खुलासा होगा और 2017 में प्रदेश में बनने वाली भाजपा सरकार के द्वारा उ0प्र0 भ्रष्टाचार से मुक्त होगा।
श्री मौर्य ने प्रदेश सरकार में मंत्री राज किशोर सिंह की बर्खास्तगी का जिक्र करते हुए कहा कि गायत्री प्रसाद प्रजापति और राजकिशोर सिंह की बर्खास्तगी से मुख्यमंत्री अखिलेश यादव अपनी जिम्मेदारियों से बच नहीं सकते। नैतिकता के आधार पर मुख्यमंत्री को इस्तीफा देना चाहिए, और यदि मुख्यमंत्री जी इस्तीफा नहीं देते तो यह स्पष्ट है कि प्रत्येक भ्रष्टाचारी एवं अपराधी को मुख्यमंत्री जी का संरक्षण प्राप्त है।
केन्द्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल तथा विधायक आर0के0 वर्मा के काफिले पर हुए हमले पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि केन्द्रीय मंत्री के काफिले पर हमला हुआ और रिपोर्ट छः घण्टे बाद लिखी जाती है उस पर भी हमलावरों के खिलाफ अब तक कोई कार्यवाही नही। आज मुजफ्फरनगर में भाजपा विधायक कपिल देव जी पर हमला हुआ। दो दिन पूर्व अलीगढ़ में समाजवादी छात्र सभा के लोगों द्वारा कालेज परिसर में घुसकर छात्राओं से छेड़छाड़ की जाती है। छात्राओं को पत्र लिखकर मुख्यमंत्री से सुरक्षा की गुहार लगानी पड़ती है और मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव जी एसएसपी को स्थानांतरण करके अपने दायित्व की इतिश्री कर देते है लेकिन सपाई गुण्डों के विरूद्ध कोई कार्यवाही नहीं होती है।
प्रदेश की कानून व्यवस्था को रेखांकित करते हुए श्री मौर्य ने कहा कि प्रदेश में पूरी तरह से अराजकता है, कानून व्यवस्था ध्वस्त है, आम नागरिक स्वयं को असुरक्षित महसूस कर रहा है। प्रदेश में महिलाओं के विरूद्ध अपराध के मामलो ने पिछले सारे रिकार्ड ध्वस्त कर दिये है। श्री अखिलेश यादव जी के पास गृह मंत्रालय भी है, इसलिए उ0प्र0 में एक-एक अपराध के लिए श्री अखिलेश यादव जिम्मेदार है। भारतीय जनता पार्टी भ्रष्टाचार, अपराध, भूमाफियाओं को संरक्षण और उ0प्र0 में फैली अराजकता के लिए मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव से तत्काल इस्तीफे की मांग करती है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री केशव प्रसाद मौर्य ने बसपा सुप्रीमों मायावती से पूछा कि मुख्य विपक्षी दल का जनादेश पाने के साढ़े चार साल बाद भी बहिन जी न तो जनता के बीच गई है, चुनाव निकट आते ही रैली के माध्यम से चार बार की मुख्यमंत्री जी ऐसे डाक्टर की तरह इलाज करना चाहती है जो पेट में दर्द का इलाज के लिए सिर का इलाज कर रही है। दोषी श्री अखिलेश यादव और सपा सरकार है हिसाब श्री नरेन्द्र मोदी से मांग रही है। बाबा साहेब का अपमान उनके भतीजे के मंत्रीमण्डल के वरिष्ठ सदस्य श्री आजम खान ने किया और जब तक भारतीय जनता पार्टी ने बाबा साहेब के अपमान के विरोध में सड़कों पर नहीं उतरी तब तक बहिन जी ने आजम खान के विरूद्ध बयान देना भी वाजिब नहीं समझा।
बसपा के नेता और कार्यकर्ता बसपा की तुष्टीकरण की राजनीति से गुस्से में है। बहिन जी का आचरण दलित विरोधी है। बसपा नेताओं ने मुझे बताया कि बहिन जी का मानना है कि दलितों का जितना उत्पीड़न होगा, बसपा का वोट उतना ही पक्का होगा। श्री मौर्य ने कहा कि ऐसी राजनीति को मैं धिक्कारता हॅू जिसमें भय के बल पर बहिन जी ने राजनीति मुकाम पाया। सपा से मिलकर दलितों का उत्पीड़न कराने में मैं बहिन मायावती को जिम्मेदार मानता हॅू। बसपा को 2017 से बुरी स्थिति का सामना करना पड़ेगा। बसपा की असफल रैलियों किराये की भीड़ से उत्साहहीन है।