राज्यपाल व मुख्यमंत्री ने पंडित गोविन्द बल्लभ पंत को श्रद्धांजलि अर्पित की

लखनऊः उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज भारत रत्न पंडित गोविन्द बल्लभ पंत की 129वीं जयन्ती पर विधान भवन के समक्ष उनकी प्रतिमा पर जाकर श्रद्धांजलि अर्पित की तथा उनके चित्र पर माल्यार्पण किया।
राज्यपाल ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि पं0 गोविन्द बल्लभ पंत का जीवन सबके लिये अनुकरणीय है। जब देश आजाद नहीं था तब उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में संघर्ष किया। वे कई बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे तथा देश के गृहमंत्री के रूप में भी उन्हांेने प्रमाणिकता एवं पारदर्शिता के साथ देश की सेवा की। पंडित गोविन्द बल्लभ पंत ने अपने कार्यकाल में भूमि सुधार और सुशासन किस प्रकार स्थापित किया जा सकता है उसका नमूना पेश किया। उन्हें भारत रत्न से भी सम्मानित किया गया। उन्होंने कहा कि पं0 गोविन्द बल्लभ पंत उत्तर प्रदेश के ही नहीं, बल्कि पूरे देश के नेता थे।
श्री नाईक ने कहा कि पं0 गोविन्द बल्लभ पंत एक अच्छे वकील और अच्छे नेता थे। सफाई कर्मियों के जीवन में सुधार लाने के लिए उन्होंने बहुत प्रयास किये। भारत में वर्तमान में चलाये जा रहे स्वच्छता अभियान के तहत उनके प्रयासों का महत्व और भी बढ़ जाता हैं। पंडित गोविन्द बल्लभ पंत ने जिस तरह से काम किया और जो रास्ता दिखाया उनके प्रति यही सच्ची श्रद्धांजलि होगी कि हम अपने जीवन में उनके द्वारा दिये गये सुशासन के संदेश पर चलने का संकल्प लें।
मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने कहा कि पं0 गोविन्द बल्लभ पंत का देश एवं प्रदेश की राजनीति में बड़ा योगदान रहा है। उन्होंने देश की सेवा की और उन्हें भारत रत्न प्रदान किया गया। स्व0 पंत जी ने जिन बुनियादी चीजों की शुरूआत की थी उसे आगे बढ़ाने की जरूरत है। पंडित गोविन्द बल्लभ पंत द्वारा आम आदमी के जीवन में बदलाव लाने के विचार आज भी प्रासंगिक हैं। उन्होंने कहा कि आम आदमी के जीवन में सुधार आये आज यही संकल्प लेने की आवश्यकता है।
इस अवसर पर प्रदेश के राजनैतिक पेंशन मंत्री श्री राजेन्द्र चैधरी सहित अन्य राजनैतिक दलों के लोग तथा गणमान्य नागरिक भी उपस्थित थे।