देना बैंक ने बैंक वित्तीय वर्ष 2016.17 को एन पी ए वसूली वर्ष मनाएगा तथा एन पी ए एवं बट्टे खाते में वसूली का अधिक से अधिक प्रयास करेगा। एन पी ए वसूली के लिए एक अभिनव प्रयोग के रूप में लखनऊ अंचल द्वारा एक 'महिला वसूली ब्रिगेड' का गठन किया गया है जिसका उद्देश्य एन पी ए खातो में प्रभावी ढंग से वसूली सुनिश्चित करना होगा। इस बात की जानकारी अश्वनी कुमार, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक देना बैंक एवं अध्यक्ष भारतीय बैंक संघ ने अपने लखनऊ दौरे पर प्रेस एवं मीडिया को दी ।

अश्वनी कुमार ने इस अवसर पर वित्तीय वर्ष 2016.17 में बैंक के कारोबार वृद्धि और विस्तार योजनाओं की जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान में देना बैंक ने उत्तर प्रदेश में 83 शाखाओं सहित प्रदेश के 33 जिलों में अपनी उपस्थिती दर्ज कराई है। निकट भविष्य में बैंक की प्रदेश में और शाखाएं खोलने की योजना है।

उन्होंने बताया कि सरकार के निदेशों के अनुसार सूचना प्रौद्योगिकी उपायों के रूप में बैंक द्वारा अधिकांश शाखाओं में ऑन साइट एटीएम उपलब्ध कराए गए हैं, डिजिटल बैंकिंग ने बैंकिंग क्षेत्र को एक नया आयाम दिया है और प्रत्येक बैंक अपने उत्पादों को डिजिटल प्लेटफार्म पर अग्रेषित कर रहा है। इस क्षेत्र में बैंक ने विभिन्न आईटी उत्पादों का शुभारंभ किया है और आईण्टी संरचना तथा एप्लिकेशन जैसे कि मोबाइल बैंकिंग, टैब बैंकिंग और POS टर्मिनल पर विशेष ध्यान दिया है। ग्राहकों की सुविधा के लिए बैंक ने सभी प्रमुख केन्द्रों पर स्वयं दृ सेवा कियोस्क के साथ ई. स्मार्ट परिचालित किए हैं तथा बैंक अपने सभी ग्राहकों विशेषकर युवा वर्ग को इन सुविधाओं का अधिक से अधिक लाभ देने के लिए प्रतिबद्ध है।