इलाहाबाद। हाल के दिनों में अपने कई नेताओं के पार्टी छोड़कर चले जाने के बीच बसपा सुप्रीमो मायावती ने आज दावा किया कि अगले साल होने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की दौड़ में उनकी पार्टी दूसरों से कहीं आगे है। हालांकि उन्होंने आरोप लगाया कि सपा, भाजपा और कांग्रेस गुप्त समझौते के तहत यह छवि गढ़ने की कोशिश कर रही हैं कि बसपा की हालत काफी कमजोर है ।

मायावती ने यहां परेड ग्राउंड में एक विशाल रैली में कहा कि अपने परिवार के सदस्यों को जगह नहीं दिए जाने से नाराज कुछ असंतुष्ट तत्वों के बसपा छोड़कर जाने के कुछ उदाहरण रहे हैं। उन्होंने यह आरोप लगाने में भी देरी नहीं की है कि चुनाव लड़ने के लिए टिकट बेचे जा रहे हैं। इन आरोपों को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए बसपा प्रमुख ने कहा कि एक तरफ हमारे विरोधी हमें चूकी हुई ताकत करार देकर खारिज करने की कोशिश करते हैं, जबकि दूसरी तरफ आरोप लगाते हैं कि लोग उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव के लिए बसपा का टिकट पाने की खातिर बड़ी रकम खर्च कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि आम लोग इस विरोधाभास को देख सकते हैं। सपा, भाजपा और कांग्रेस ने यह छवि गढ़ने के लिए गुप्त समझौता कर रखा है कि हम काफी मुश्किल में हैं। बसपा के वरिष्ठ नेता रहे स्वामी प्रसाद मौर्य, आर के चौधरी और ब्रजेश पाठक के हाल में पार्टी छोड़कर जाने के बाद मायावती ने यह बयान दिया है।

मायावती के ख़िलाफ़ ताल ठोकेंगी स्वाति सिंह

उधर पूर्व भाजपा नेता दयाशंकर सिंह की पत्नी स्वाती सिंह ने एकबार फिर दोहराया है कि वह मायावती के खिलाफ की चुनाव लड़ेंगी

फिरोजाबाद के सिरसांगज में एक प्रेसवार्ता के दौरान स्वाती ने कहा कि मैंने अपनी बेटी के हक में लड़ाई लड़ी थी। यूपी में भाजपा की टिकट से चुनाव लड़ने के मामले में स्वाती बोलीं कि पहले मायावती की सीट तय हो जाए। वे वहीं से ताल ठोकेंगी।

स्वाती सिंह ने कहा कि उनकी बेटी के खिलाफ अभद्र टिप्पणी को लेकर उन्होंने अपने बयान दिए थे। यह भारतीय जनता पार्टी की लड़ाई नहीं थी, बल्कि उनकी बेटी की हक और उसके सम्मान की लड़ाई थी।

उन्होंने पत्रकारों से कहा कि पहले पूर्व मुख्यमंत्री मायावती अपनी सीट बताएं कि वे कहां से चुनाव लड़ेंगी। इसके बाद स्वाती अपनी सीट तय करेंगी। इससे पूर्व यहां पर पहुंचने पर पूर्व भाजपा नेता दयाशंकर सिंह और उनकी पत्नी स्वाती सिंह का स्वागत किया गया।