लखनऊ: उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने आज इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान प्रेक्षागृह में हिन्दुस्तान समाचार पत्र के मीडिया वेंचर्स द्वारा आयोजित ‘हिन्दुस्तान ओलम्पियाड-2015‘ के प्रतिभाशाली छात्र-छात्राओं को पुरस्कार देकर सम्मानित किया। हिन्दुस्तान समाचार पत्र के मीडिया वेंचर्स द्वारा प्रदेश एवं जनपद स्तर पर क्विज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था, जिसमें कक्षा एक से बारह तक के लगभग एक लाख छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया था। राज्यपाल ने कार्यक्रम में कानपुर के प्रियांश पाण्डे एवं बागपत की अलीशा को रूपये ग्यारह हजार राशि का चेक, बहराइच की इलिमा एवं आगरा की संध्या भाटिया को रूपये नौ हजार एक सौ राशि का चेक तथा इलाहाबाद के रितेश एवं आगरा के नुसरत को रूपये सात हजार एक सौ राशि का चेक, मेडल, व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।
राज्यपाल ने इस अवसर पर छात्र-छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि टेक्नोलाॅजी के आधार पर विश्व की दूरियाँ मिट रहीं है। प्रतिस्पर्धा का दायरा बढ़ा है, जो मेहनत करेगा वहीं बढे़गा। मेहनत का कोई पर्याय नहीं है। विश्व में ज्ञान के क्षेत्र में भारत का विशिष्ट स्थान रहा है। विदेश से लोग यहाँ ज्ञान अर्जित करने आते थे। जबकि अब भारतीय लोग विदेश में शिक्षा ग्रहण करने जाते हैं। उन्होंने कहा कि भारत को फिर से विश्व गुरू बनाने की जिम्मेदारी नयी पीढ़ी को उठानी चाहिए।
श्री नाईक ने कहा कि युवा गुणवान बनें और देश को आगे बढ़ाने के लिए नेतृत्व प्रदान करें। सफलता के लिए ज्ञानार्जन आवश्यक है। केवल लिखित परीक्षा पास करना पर्याप्त नहीं है। किताबी कीड़ा न बने बल्कि स्वास्थ्य के साथ-साथ अन्य क्षेत्रों में भी भाग ले। खुद का विकास होगा तो देश का विकास होगा। देश के विकास के लिए प्रयास एवं मेहनत करें। उन्होंने कहा कि देश को आगे बढ़ाने के लिए अपने कर्तव्यों के प्रति उमंग होनी चाहिए।
राज्यपाल ने कहा कि युवा पढ़ाई के साथ-साथ स्वास्थ्य और व्यक्तित्व विकास पर भी ध्यान दें। उन्होंने व्यक्तित्व विकास के चार मंत्र बताते हुए कहा कि सदैव प्रसन्नचित रह कर मुस्कराते रहंे, दूसरों के अच्छे गुणों की प्रशंसा करें और अच्छे गुणों को आत्मसात करने की कोशिश करें, दूसरों को छोटा न दिखाये तथा हर काम को और बेहतर ढंग से करने का प्रयास करें।