लखनऊ: भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने आज अखिलेश यादव और मायावती पर करारा हमला बोला और कहा कि बुआ भतीजे ने जाति की राजनीति करके प्रदेश बर्बाद कर दिया है, साथ ही कहा कि जनता अखिलेश और मायावती से जवाब मांगेगी।

डॉ.राम मनोहर लोहिया विधि विश्वविद्यालय सभागार में भाजपा के सूचना प्रौद्योगिकी प्रकोष्ठ की सोशल मीडिया समिट में शाह ने आजादी के बाद पहली बार 2014 में किसी गैर कांग्रेसी सरकार को पूर्ण बहुमत देने का श्रेय उत्तर प्रदेश को दिया। कहा कि केंद्र में दस साल तक कांग्रेस की भ्रष्ट सरकार चलवाने में सपा व बसपा ने बैसाखी के रूप में काम किया है। ये लोग इस दौरान हुए 12 लाख करोड़ से अधिक के घोटालों की जिम्मेदारी से बच नहीं सकते। अखिलेश और मायावती इतने भोले नहीं कि मुफ्त में कांग्रेस को समर्थन दिया हो। उत्तर प्रदेश को भी बुआ-भतीजे की सरकारों ने जाति की राजनीति करके सब बर्बाद कर दिया। उत्तर प्रदेश को जब तक इनसे निजात नहीं मिलेगी, तब तक विकास नहीं हो सकता है। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी प्रदेश में यात्रा निकालने वाले हैं और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी पूर्वांचल के चक्कर लगाते रहते हैं। कांग्रेस व नीतीश का उत्तर प्रदेश में कुछ नहीं है, फिर भी यहां चक्कर लगा रहे हैं। दरअसल ये लोग सपा-बसपा को मजबूत करने के लिए वोट काटना चाहते हैं। कार्यकर्ता जनता को इनका सच बताएं।

भाजपा अध्यक्ष बोले कि अखिलेश बाबू प्रधानमंत्री मोदी से हिसाब मांग रहे हैं, हम तो 2019 में हिसाब देंगे किन्तु अखिलेश को 2017 में ही पांच साल का हिसाब देना होगा। अखिलेश यदि बहरे नहीं हुए हैं, तो सुन लें, भाजपा ने ढाई साल में जो किया वो सपा और सपा की साथी कांग्रेस 70 साल में नहीं कर पाई। गैस सब्सिडी के नाम पर होने वाला 16,900 करोड़ रुपये का भ्रष्टाचार मोदी ने समाप्त किया। जिस तरह लाल बहादुर शास्त्री ने पाकिस्तान से युद्ध के समय जनता से सप्ताह में एक दिन उपवास की अपील की थी, उसी तरह मोदी ने गैस सब्सिडी छोडऩे की अपील की तो एक करोड़ लोगों ने गरीबों के लिए सब्सिडी छोड़ दी। केंद्र सरकार हर 15 दिन में एक योजना ला रही है। 68 साल से लंबित सैनिकों की मांग वन रैंक वन पेंशन योजना लागू कर पूरी कर दी

उन्होंने कहा कि यूपी में तो पता ही नहीं चलता मुख्यमंत्री कौन है? शिवपाल कहते हैं अफजाल आएंगे, अखिलेश कहते हैं नहीं आएंगे, फिर मुलायम कहते हैं हम देखेंगे। फिर बसपा को भी जोड़ते हुए कहा, यहां तो एक ओर अफजाल, अतीक, आजम हैं तो दूसरी ओर नसीमुद्दीन हैं। उन्होंने निर्लज्ज होकर छोटी सी बिटिया के लिए गंदे नारे लगाए। प्रदेश की कानून व्यवस्था पर हमला करते हुए कहा मथुरा में पुलिस का अधिकारी मार दिया गया। सत्ता में आने के बाद चाचा-भतीजा झगड़ते रहे और किसान तड़पते रहे। इसके विपरीत कल्याण सिंह की सरकार में गुंडे खत्म हो गए थे और राजनाथ सिंह की सरकार में किसान खुशहाल थे।