बीच चौराहे पर दबंगों ने की हत्या

बाराबंकी: उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जनपद में आॅनर किलिंग का एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है. यहां दबंगों ने एक युवक को धारदार हथियारों से बड़ी ही बेदर्दी से दिनदहाड़े बीच चौराहे पर कथित रूप से काटकर मौत के घाट उतार दिया. युवक का कसूर सिर्फ इतना था कि उसने दबंगों की बहन से शादी कर ली थी. घटना का पता लगते ही पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की गिरफ़्तारी के लिए दबिश देनी शुरू कर दी है.

दिल को दहला देने वाला यह सनसनीखेज मामला सामने आया है बाराबंकी जनपद के थाना हैदरगढ़ के नैपुरा गांव में. बताया जाता हे कि इस गांव के रहने वाले युवक राम कैलाश का लगभग डेढ़ साल पहले पड़ोस में रहने वाली लड़की से प्रेम संबंध हो गया था. दोनों ने तब शादी के लिए अपने-अपने परिवार से बात की मगर तब लड़की के परिवार वाले शादी के लिए राज़ी नहीं हुए.

इसके बाद दोनों ने घर से भागकर परिवार की मर्जी के बगैर शादी कर ली, जिसके बाद लड़की के परिवार वालों के डर से राम कैलाश के परिवार वाले गांव छोड़कर भाग गए. उन्हें यह डर था कि अगर वह गांव में रहे तो वह मार दिए जाएंगे. राम कैलाश के पिता राम नेवाज की अगर मानें तो 'उन्‍होंने पुलिस में कई बार इस बात की शिकायत भी की कि वह जब भी गांव के रास्ते से गुजरते हैं तो लोग उन्‍हें मारने के लिए दौड़ पड़ते हैं, लेकिन पुलिस ने उसकी एक न सुनी. इस दौरान दबंगों ने साजिश के तहत एक मुकदमा दर्ज करा दिया था कि मुकदमे की पेशी के दौरान आने पर वह उससे बदला ले लेंगे'. आरोप है कि डेढ़ साल बाद इसी मुकदमे की पेशी के लिए आया राम कैलाश अपने गांव जाने के इरादे से वापस लौटा कि अगर लड़की के परिवार वाले उसे स्वीकार कर लें तो वह अपनी पत्नी को भी गांव लाकर उनसे मिलवा देगा और इसी इरादे से वह अपने गांव के दोस्तों से करौंदिया चौराहे पर मिल भी रहा था.

बताया जा रहा है कि राम कैलाश के आने की भनक जैसे ही लड़की के घर वालों को हुई, वैसे ही लड़की के भाई समेत परिवार के चार-पांच लोग धारदार हथियार से लैस होकर करौंदिया चौराहे पर पहुंचे. जब तक राम कैलाश या आसपास के लोग कुछ समझ पाते तब तक दबंगों ने राम कैलाश पर धारदार हथियारों से हमला बोल दिया. हमले में घायल राम कैलाश मदद के लिए चिल्लाता रहा और दबंग धारदार हथियारों से उस पर हमला करते रहे. इस दौरान चौराहे पर काफी लोग मौजूद थे मगर दिल दहला देने वाली दबंगई के आगे किसी की हिम्मत नहीं पड़ी कि वह आगे बढ़कर राम कैलाश की जान बचा लें.

इस दौरान दुकानदार अपनी दुकान बंद कर के भाग गए और आसपास के घरवालों ने डर के मारे अपने घरों के दरवाजे बंद कर लिए. लोग इतना डर गए कि किसी ने न तो राम कैलाश को बचाने की कोशिश की और न ही पुलिस को सूचना दी.

क्षेत्र में सनसनी फैला देने वाली दबंगई की इस घटना को गंभीरता से लेते हुए बाराबंकी के पुलिस अधीक्षक राजू बाबू सिंह मौके पर पहुंचे और उन्‍होंने घटना में शामिल आरोपियों की धरपकड़ के आदेश दिए. पुलिस अधीक्षक के आदेश पर हैदरगढ़ पुलिस ने आरोपियों की धरपकड़ के लिए दबिश देनी शुरू कर दी है.

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि लड़की के घर वाले इस बात से नाराज़ थे कि उनकी लड़की से लड़के ने भाग कर शादी क्यों की. आज जब लड़का दिखाई दिया तब उन लोगों ने लाठी-डंडों से पीटकर उसकी हत्त्या कर दी.

दबंगई की इस घटना के बाद मृतक राम कैलाश के पिता राम नेवाज को इस बात का डर सता रहा है कि दबंग उनके बेटे का अंतिम संस्कार नहीं होने देंगे, क्योंकि उन्हें धमकी मिली है कि बेटे के साथ-साथ बाप का भी अंतिम संस्कार साथ होगा.