चेन्नई: कामयाबी की एक और छलांग लगाते हुए इसरो ने आज एडवांस्ड टेक्नोलॉजी व्हीकल का सफल परीक्षण किया. आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अनुसंधान केंद्र से आज सुबह छह बजे तीन टन वज़न के साउंडिंग रॉकेट RH-560 सुपरसोनिक कम्बशन रैमजेट ने उड़ान भरी.

इसके सफल परीक्षण के बाद अब सैटेलाइट्स के प्रक्षेपण पर आने वाले ख़र्च में कटौती की जा सकेगी. इसकी मदद से इंधन में ऑक्सीडायज़र की मात्रा को कम किया जा सकेगा जिससे लागत कम हो जाएगी. सफल परीक्षण के बाद इसरो के चेयरमैन ने NDTV से बातचीत में इसे एक बड़ी कामयाबी बताया.

भारत का रॉकेट प्रक्षेपण केंद्र यहां से करीब 80 किलोमीटर दूर आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा में सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र (एसडीएससी) में स्थित है. एसडीएससी के निदेशक पी.कुन्ही कृष्णन ने एक दिन पूर्व ही इस बात की जानकारी दे दी थी कि स्क्रैमजेट इंजन के परीक्षण के लिए आरएच-560 साउडिंग रॉकेट का प्रक्षेपण रविवार सुबह 6 बजे किया जाएगा.

स्क्रैमजेट इंजन का प्रयोग केवल रॉकेट के वायुमंडलीय चरण के दौरान ही होता है. वहीं, भू-समकालिक उपग्रह प्रक्षेपण यान (जीएसएलवी-एमके द्वितीय) के साथ मौसम उपग्रह इनसैट-3डीआर का प्रक्षेपण सितंबर तक के लिए स्थगित कर दिया गया है. कृष्णन ने बताया कि 28 अगस्त को प्रक्षेपित होने वाले भारतीय मौसम उपग्रह को आठ सितंबर तक के लिए स्थगित कर दिया गया है.