लखनऊ। अगले साल यूपी में होने वाले विधानसभा चुनावों के मद्देनजर बीजेपी ने अहम फैसला लिया है। पार्टी ने फैसला किया है कि वो यूपी के चुनावी मैदान में मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के साथ उतरेगी। पार्टी सीएम पद के लिए चेहरे का ऐलान अक्टूबर के आखिर में कर देगी।
बीजेपी सीएम कैंडीडेट के नाम का ऐलान करने से पहले इस बारे में विस्तृत सर्वे भी कराएगी। सिर्फ पार्टी ही नहीं बल्कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ भी राज्य में अपना अलग सर्वे कराएगा। हालांकि अगर आज की बात की जाए तो पार्टी इस बात पर माथापच्ची ही कर रही है कि राज्य में उसका ऐसा कौन सा चेहरा हो सकता है जो न सिर्फ अखिलेश यादव और मायावती जैसे क्षत्रपों को बराबरी की टक्कर दे सके बल्कि पार्टी के कार्यकर्ताओं और वोट बैंक को भी एकजुट रख सके।

वैसे राज्य में अलग-अलग वर्गों में अपना जनाधार बढ़ाने के क्रम में बीजेपी ने दूसरे दलों के नेताओं को अपने साथ जोड़ने का काम पहले से ही शुरू कर दिया है। स्वामी प्रसाद मौर्य, ब्रजेश पाठक जैसे दिग्गज पहले ही पार्टी का दामन थाम चुके हैं। आज भी सपा विधायक श्याम प्रकाश बीजेपी में शामिल हुए, वहीं सहारनपुर के कांग्रेस विधायक प्रदीप चौधरी, रायबरेली के पूर्व विधायक शिवगणेश लोधी ने भी खुद को भगवा में रंग लिया है।