नई दिल्‍ली। अपने आगरा प्रवास के दौरान संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि भाजपा और संघ अलग-अलग हैं, दोनों का आपस में कोई संबंध नहीं है। लेकिन यहां के कार्यक्रमों के दौरान उन्‍होंने केंद्र सरकार की तारीफ करते हुए ‘हमारी सरकार’, ‘भाजपा सरकार’ और ‘मोदी सरकार’ बोलने से गुरेज नहीं किया। यही वजह है कि भाजपा के दलित विरोधी ‘दाग’ धोने के लिए संघ प्रमुख बुधवार को एक दलित के घर भोजन करने जा रहे हैं।
भाजपा पदाधिकारी दयाशंकर सिंह की बयानबाजी और गुजरात के ऊना में दलितों की पिटाई जैसे मामलों के चलते भाजपा पर दलित विरोधी होने के आरोप लगने लगे हैं। कांग्रेस और बसपा को तो बैठे-बिठाए एक मुद्दा हाथ लग गया है। लेकिन किसी भी हाल में भाजपा नहीं चाहती कि उत्‍तर प्रदेश विधानसभा चुनावों से पहले उसकी छवि दलित विरोधी बने। अगर भाजपा खुद इस छवि के दाग धोने जाती तो इसके दूसरे राजनीतिक मायने निकाले जाने लगेंगे।

सूत्रों की मानें तो भाजपा के दलित विरोधी दाग धोने के लिए संघ प्रमुख मोहन भागवत आगरा में अपने पांच दिन के कार्यक्रम के दौरान मंगलवार दोपहर एक दलित के घर भोजन करने जा रहे हैं। इससे पहले भाजपा अध्‍यक्ष अमित शाह दलित के घर भोजन कर चुके हैं। जिसके घर भागवत जाएंगे उसका नाम राजेंद्र सिंह है। वह संघ से ही जुड़ा बताया गया है और जूता व्‍यवसायी है।
भाजपा के एमपी, एमएलए से दूरीः सूत्रों की मानें तो संघ प्रमुख चार दिन से भाजपा के एमपी, एमएलए और दूसरे वरिष्‍ठ पदाधिकारियों से दूरी बनाए हुए हैं। सिर्फ और सिर्फ संघ के ही पदाधिकारियों को समारोह के दौरान तवज्‍जो दी जा रही है।