लखनऊ: परिवहन के लिए भारत का सबसे लोकप्रिय मोबाइल ऐप ओला देश भर के पुरुषों और महिलाओं को उद्यमिता की ओर अपना पहला कदम बढ़ाने में मदद कर रहा है। ओला से जुड़े 75 फीसदी ड्राइवर आत्मनिर्भर उद्यमी हैं और अपनी आय के स्तर एवं मांग में बढ़ोतरी के लिए ओला के डिजिटल प्लेटफाॅर्म का इस्तेमाल कर रहें हैं। हमारे इस घरेलू परिवहन सेवा प्रदाता ओला ने देश के दूसरे और तीसरे स्तर के शहरों में महत्वाकांक्षी उद्यमियों के लिए नए मार्ग प्रशस्त किए हैं।

ओला के ड्राइवर उद्यमियों के बारे में बात करते हुए ओला में मार्केटिंग एण्ड कम्युनिकेशन्स के सीनियर डायरेक्टर आनन्द सुब्रमण्यम ने कहा, ‘‘लाखों भारतीयों को परिवहन के सुविधाजनक साधन उपलब्ध कराने के उद्देश्य के साथ हमने हमारे प्लेटफाॅर्म पर मौजूद ड्राइवर साझेदारों को उद्यमिता के भरपूर अवसर उपलब्ध कराए हैं। हमने पाया है कि जीवन के विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े लोग हमारे साथ जुड़ रहें हैं। ओला जैसे प्लेटफाॅर्म पर काम करने की आज़ादी और प्रत्यास्थता तथा बेहतर कमाई के अवसर छोटे और बड़े शहरों में पुरुषों एवं महिलाओं को अपनी ओर आकर्षित कर रहें हैं। वे अपनी सुविधा के अनुसार अपने काम करने के समय, लाॅग-इन या लाॅग-आॅफ का समय खुद निर्धारित कर सकते हैं और अपने जीवन में वह संतुलन पा सकते हैं, जिसकी उन्हें ज़रूरत है। हाल ही में तिमाही-दर-तिमाही उनकी संख्या में 40 फीसदी का इज़ाफा हो रहा है, जो बेहद उत्साहजनक है।’’

जीवन बीमा पेशेवर राकेश कुमार हाल ही अपनी कमाई बढ़ाने के उद्देश्य के साथ ओला के साथ जुड़ गए। पिछले 6 महीनों में राकेश ने अपने जीवन में काफी सकारात्मक बदलाव पाया है। उनका कहना है ‘‘ओला के साथ जुड़ना मेरे जीवन का सबसे अच्छा फैसला साबित हुआ। मैं 6-8महीने पहले जितना कमाता था, आज मेरी कमाई उससे कहीं ज्यादा है। लेकिन ओला के बारे में सबसे अच्छी चीज़ जो मुझे लगी वह है इसके साथ काम करने के घण्टों की प्रत्यास्थता। आज मैं खुद अपना बाॅस हूँ, आर्थिक सुरक्षा बनाए रखते हुए काम और जीवन के बीच संतुलन बनाए रख सकता हूँ।’’ राकेश 2000 रु प्रतिदिन कमाते हैं और उनकी इस बढ़ी हुई आय ने उनके परिवार के जीवन को अधिक सहज बना दिया है। वे एक और कार खरीदने के लिए पैसे बचा रहें हैं और इसे ओला के साथ जोड़कर अपना कारोबार आगे बढ़ाना चाहते हैं।