अमृतसर। अमृतसर में पंजाब पुलिस के एक हेड कॉन्स्टेबल के पेट से पांच घंटे चले ऑपरेशन के बाद डॉक्टरों ने 40 चाकुओं को बाहर निकाला है। हेडकॉन्स्टेबल ने यह चाकू मानसिक परेशानी के चलते निगल लिए थे।
गुरदासपुर का रहने वाला 42 वर्षीय सतनाम सिंह तरनतारन जिले के एक थाने में बतौर हेड कॉन्स्टेबल तैनात है। पिछले एक वर्ष से वह मानसिक रूप से परेशान था। चार माह पूर्व उसने अमृतसर के रामबाग क्षेत्र से फोल्डिंग चाकू खरीदे। घर पहुंचकर पानी के साथ पांच चाकू निगल लिए। इसके बाद रोज पांच-पांच चाकू निगलने लगा। आठ अगस्त को उसे पेट दर्द हुआ। परिवार वाले उसे अस्पताल लेकर पहुंचे। अल्ट्रासाउंड करवाया गया। पेट में काले रंग का गुच्छा दिखा। प्रारंभिक अवस्था में पेट का कैंसर लगा। पेट में दूरबीन डाली गई तो पता चला कि लोहे की चीज है। इसके बाद सीटी स्कैन करवाया गया तो पेट में चाकू दिखाई दिए। सुरजीत से पूछा तो उसने बताया कि वह पागलपन में चाकू निगल गया था।
सर्जरी करने वाले डॉ. जतिंदर मल्होत्रा ने बताया कि चाकुओं को एंडोस्कोपी से निकालना संभव नहीं था। पांच सर्जनों की टीम तैयार की गई। पांच घंटे चले ऑपरेशन के बाद सुरजीत के पेट से 40 फोल्डिंग चाकू निकाले गए। दर्जन भर चाकू पेट के अंदर खुल गए थे। कुछ चाकू किडनी व लिवर के आसपास आड़े-तिरछे फंसे थे। खुले चाकुओं ने किडनी, लिवर, आंत में कट लगा दिए थे। 5 इंच आकार के चाकू चार माह तक शरीर में रहने के बाद जंग खा चुके थे। डॉ. मल्होत्रा ने बताया, कि सुरजीत को रीयल साइक्रेट्रिक डिजीज है। उसकी कहानी को इंटरनेशनल जनरल में प्रकाशित करवाएंगे।