मुख्यमंत्री आवास पर रक्षाबंधन कार्यक्रम का आयोजन

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि रक्षाबंधन पर्व का यह संदेश है कि आपसी भाईचारा बढ़े और समाज में खाई पैदा करने वाली ताकतों का खात्मा हो। इस पर्व में भाई की कलाई पर जब राखी बांधी जाती है तो वह बहन की रक्षा का संकल्प लेता है। उन्होंने रक्षाबंधन को एक अनूठा पर्व बताते हुए कहा कि ऐसा त्यौहार दुनिया के अन्य किसी देश में नहीं मनाया जाता, जिसमें बहन भाई को राखी बांधती है। यह त्यौहार देश की प्राचीन परम्परा का हिस्सा है।
मुख्यमंत्री आज यहां अपने सरकारी आवास पर आयोजित रक्षाबंधन कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। इस अवसर पर विभिन्न समुदायों की बालिकाओं एवं महिलाओं ने मुख्यमंत्री को राखी बांधी। श्री यादव ने उन्हें उपहार भेंट किए। सुश्री सरिता शर्मा एवं ब्रह्मकुमारी सुश्री राधा बहन ने भी इस मौके पर मुख्यमंत्री को राखी बांधी।
मुख्यमंत्री ने रियो ओलम्पिक-2016 में कुश्ती में कांस्य पदक जीतने वाली भारतीय महिला पहलवान सुश्री साक्षी मलिक को बधाई देते हुए उन्हें रानी लक्ष्मीबाई वीरता पुरस्कार से सम्मानित करने की घोषणा की। श्री यादव ने कहा कि समाजवादी सरकार खेलों को बढ़ावा देने के लिए लगातार कार्य कर रही है तथा खिलाड़ियों को अनेक प्रकार सुविधाएं भी मुहैया करा रही है।
श्री यादव ने आयोजन के प्रेरक प्रख्यात कवि एवं उ0प्र0 भाषा संस्थान के कार्यकारी अध्यक्ष डाॅ0 गोपालदास नीरज के प्रयासों की सराहना की। ऐसे प्रयास समाज के बुद्धिजीवियों, साहित्यकारों एवं अन्य जागरूक लोगों द्वारा निरन्तर किए जाने चाहिए। उन्होंने मीडिया से भी यह अनुरोध किया कि वह समाज को जोड़ने वाले लोगों को आगे लाए।
नीरज जी ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि वर्तमान राज्य सरकार समाज के सभी धर्माे, वर्गाें के कल्याण के लिए अनेक कार्य कर रही है। इस मौके पर उ0प्र0 हिन्दी संस्थान के कार्यकारी अध्यक्ष श्री उदय प्रताप सिंह ने कहा कि यह पर्व समाज मंे समन्वयन स्थापित करता है।
कार्यक्रम में राजनैतिक पेंशन मंत्री राजेन्द्र चैधरी, कारागार मंत्री बलवंत सिंह रामूवालिया, मुख्यमंत्री के मुख्य सलाहकार आलोक रंजन, प्रमुख सचिव सूचना नवनीत सहगल, इस्काॅन के प्रतिनिधि मंत्रदास, छात्र-छात्राएं एवं अन्य गणमान्य लोग मौजूद थे। यह कार्यक्रम हेल्प यू एजुकेशनल एवं चैरिटेबल संस्था द्वारा आयोजित किया गया था।