महिला भारोत्तोलक सैखोम मीराबाई चानू निराशाजनक प्रदर्शन कर शनिवार को रियो ओलिंपिक 2016 की 48 किलोग्राम भारवर्ग भारोत्तोलन स्पर्धा से बाहर हो गईं. मीराबाई का प्रदर्शन स्नैच स्पर्धा में तो औसत रहा, जहां से वह क्लीन एंड जर्क में बेहतर प्रदर्शन कर मेडल की उम्मीद कर सकती थीं. लेकिन क्लीन एंड जर्क स्पर्धा में वह तीनों कोशिशों में असफल रहीं.
उन्होंने स्नैच स्पर्धा के दूसरे प्रयास में अपना सर्वश्रेष्ठ 82 किलोग्राम भार उठाया, लेकिन तीसरे प्रयास में 84 किलोग्राम भार वह नहीं उठा सकीं. वहीं क्लीन एंड जर्क में उनकी 104 किलोग्राम भार उठाने की पहली कोशिश नाकाम साबित हुई और अगली दो कोशिशों में वह 106 किलोग्राम भार उठाने में असफल रहीं.
मीराबाई 12 प्रतिस्पर्धियों में 11वें स्थान पर रहीं, जबकि वियतनाम की थी ह्यून व्यूंग स्पर्धा पूरी नहीं कर सकीं. स्पर्धा का गोल्ड मेडल थाईलैंड की सोपिता तानसान ने जीता. वह प्रतियोगिता में अन्य सभी प्रतिस्पर्धियों से कहीं बेहतर रहीं. सोपिता ने कुल 200 किलोग्राम भार उठाया, जिसमें स्नैच में उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 92 किलोग्राम और क्लीन एंड जर्क में 108 किलोग्राम रहा.
इंडोनेशिया की श्री वाह्यूनी आगस्टियानी (192 किलोग्राम) ने सिल्वर और जापान की हिरोमी मियाके (188 किलोग्राम) ने ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया.