रियो में चल रहे 31वें ओलंपिक खेलों में आज तीरंदाज़ी, रोड साइक्लिंग, डाइविंग, फ़ेंसिंग, हॉकी, इक्वसटेरियन, फ़ुटबॉल, आर्टिस्टिक जिम्नास्टिक, हैंडबॉल, जूडो, रोइंग, रग्बी सेवन, निशानेबाज़ी, तैराकी, टेबल टेनिस, टेनिस, वालीबॉल, और वेटलिफ्टिंग के मुक़ाबलें आयोजित किए जाएंगे. भारत की सबसे बड़ी उम्मीद आर्टिस्टिक जिम्नास्टिक की स्पर्धा में दीपा करमाकर होंगी.
उल्लेखनीय है कि दीपा करमाकर ओलंपिक के लिए क्वालिफ़ाई करने वाली भारत की पहली महिला जिम्नास्ट हैं. दीपा करमाकर का नाम पहली बार सुर्खियों में तब आया जब उन्होंने साल 2014 के ग्लास्गो राष्ट्रमंडल खेलों में कांस्य पदक जीता. इसके अलावा उन्होंने साल 2015 में हिरोशिमा में आयोजित एशियन चैंपियनशिप में भी कांस्य पदक जीता. इतना ही नहीं दीपा करमाकर विश्व चैंपियनशिप के फ़ाइनल दौर तक भी पहुंची और उन्होंने पांचवा स्थान हासिल किया.
इसके अलावा रविवार को ही भारत की महिला तीरंदाज़ी टीम भी अपने निशाने साधेगी. महिला रिकर्व टीम में दीपिका कुमारी, लैशराम बोंबायला देवी और लक्ष्मीरानी मांझी शामिल हैं.
शुक्रवार को भारतीय महिला टीम रैंकिंग राउंड में सांतवे स्थान पर रही थी. शीर्ष चार में रहने वाली टीमों को बाई दी गई. अब एलिमिनेशन राउंड में भारतीय टीम अपनी शुरूआत कंबोडिया के ख़िलाफ़ करेगी.
निशानेबाज़ी में भारत के सबसे अनुभवी और कभी दुनिया का नम्बर एक निशानेबाज़ रह चुके मानवजीत सिंह संधू ट्रैप स्पर्धा में उतरेंगे. उल्लेखनीय है कि मानवजीत सिंह संधू का यह चौथा ओलंपिक है. उनके अलावा कैनन चिनाई भी ट्रैप स्पर्धा और महिला 10 मीटर एयर पिस्टल में हिना सिद्धू अपना निशाना साधेगी. हिना सिद्धू ने साल 2010 के दिल्ली राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीता था. उसी साल उन्होंने ग्वांग्झू में आयोजित एशियाई खेलों में रजत पदक भी जीता.
रविवार को ही भारतीय महिला हॉकी टीम अपने पूल में पहला मैच जापान के ख़िलाफ़ खेलेगी. इससे पहले भारतीय महिला हॉकी साल 1980 के मॉस्को ओलंपिक में खेल पाई थी. उसके बाद इस टीम ने पहली बार ओलंपिक में जगह बनाई है.