मुख्यमंत्री ने कैलाश मानसरोवर और सिन्धु दर्शन यात्रियों को अनुदान वितरित किया

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि यात्राएं आपसी समझ, सद्भाव और भाईचारे को बढ़ावा देती हैं। अपने देश में तीर्थ यात्राओं की प्राचीन परम्परा रही है। महान लोगों ने बड़ी-बड़ी यात्राएं की हैं। गुरु नानक 24 वर्ष तक यात्राएं करते रहे। बौद्ध धर्म के लोगों ने लम्बी यात्राएं की। यात्री समाज के लिए बड़ा संदेश लाते हैं, जिससे समाज को काफी लाभ होता है।
मुख्यमंत्री आज यहां अपने सरकारी आवास पर कैलाश मानसरोवर एवं सिन्धु दर्शन यात्रा के यात्रियों को अनुदान वितरण समारोह में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे।
श्री यादव ने कहा कि इन यात्राओं के मार्ग दुर्गम हैं। यात्रा पर गए लोगों को काफी कठिनाइयां पेश आयी होंगी। लेह-लद्दाख और कैलाश मानसरोवर के इलाके प्राकृतिक रूप से काफी अलग हैं। लेह-लद्दाख का क्षेत्र जहां एक कोल्ड डेजर्ट की तरह हैं, वहीं कैलाश मानसरोवर का क्षेत्र हरियाली से भरा है। उन्होंने उम्मीद जतायी कि यात्रा से लौटे यात्री यात्रा के संदेश को जन-जन तक पहुंचाएंगे।
श्री यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश की जनता ने समाजवादियों को काम करने का मौका दिया। समाजवादी सरकार ने लगातार प्रदेशवासियों की तरक्की एवं खुशहाली के लिए काम किया है। समाजवादी सरकार ने सड़क, पुल, बिजली, पेयजल, स्वास्थ्य सुविधाएं, मेट्रो रेल, साइकिल आदि हर क्षेत्र में सभी जाति, वर्ग तथा धर्म के लोगों के लिए बिना किसी भेदभाव के काम किया है। आम लोगों को फायदा हो यही समाजवादी चाहते हैं।
कार्यक्रम को धर्मार्थ कार्य राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) विजय कुमार मिश्र, अयोध्या के सन्त ज्ञानदास जी महाराज, जगद्गुरु रामानुजाचार्य स्वामी श्रीधराचार्य जी, मुख्यमंत्री के मुख्य सलाहकार आलोक रंजन, उत्तर प्रदेश सिन्धी अकादमी के उपाध्यक्ष अमृत राजपाल, मानसरोवर सेवा समिति के अध्यक्ष उदय कौशिक ने भी सम्बोधित किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने सिन्धी अकादमी की वार्षिक पत्रिका ‘उत्तर प्रदेश सिन्धी अकादमी के बढ़ते कदम’ का विमोचन भी किया।
कार्यक्रम के अन्त में मुख्यमंत्री ने कैलाश मानसरोवर यात्रा के 89 यात्रियों को 50-50 हजार रुपये का चेक तथा सिन्धु दर्शन यात्रा के 74 यात्रियों को 10-10 हजार रुपये का चेक प्रदान कर सम्मानित किया। इससे पूर्व, उत्तर प्रदेश सिन्धी अकादमी द्वारा मुख्यमंत्री को चांदी का मुकुट पहनाकर तथा कैलाश मानसरोवर यात्रियों की ओर से श्री यादव का पगड़ी पहनाकर स्वागत व अभिनन्दन किया गया।