लखनऊ: प्रदेश के सात शहरों को माॅडल सिटी के रूप में विकसित किया जायेगा। इसके लिए चालू वित्तीय वर्ष में 50 करोड़ रुपये की व्यवस्था की गई है। प्रस्तावित माॅडल सिटीज को विकसित किये जाने के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डी.पी.आर.) तैयार कराई जा रही है।
आवास एवं शहरी नियोजन विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रथम चरण में वृन्दावन, महोबा, चरखारी, चित्रकूट, अयोध्या, फैजाबाद एवं सीतापुर को माॅडल सिटी के रूप में विकसित करने के लिए चयनित किया गया है। माॅडल सिटीज के रूप में विकसित होने वाले शहरों में यातायात एवं परिवहन व्यवस्था में सुधार, अवस्थापना सुविधाओं के सुदृढ़ीकरण, शैक्षिक एवं चिकित्सा सुविधाओं का विस्तार एवं सुधार किया जायेगा। इसके अलावा इन शहरों में पर्यावरण संरक्षा का विकास, हेरिटेज स्थलों का सुधार एवं उनका संरक्षण, अफोर्डेबल हाउसिंग का निर्माण, जन समस्याओं की सुनवाई एवं उनका प्रभावी निस्तारण किये जाने के साथ ही जन सुरक्षा एवं जन-जागरूकता अभियान से सम्बन्धित कार्यक्रमों को सम्पादित किया जायेगा।
आवास एवं शहरी नियोजन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार शहरीकरण से उत्पन्न समस्याओं के निराकरण एवं सीमित संसाधनों का उपयोग कम समय में करते हुए अत्याधुनिक सुविधाओं के विकास एवं सुदृढ़ीकरण को प्राथमिकता दी जायेगी। इससे प्रदेश के ऐतिहासिक, सामाजिक, सांस्कृतिक एवं पर्यटन की दृष्टि से इन महत्वपूर्ण शहरों को माॅडल सिटीज के रूप में नया स्वरूप मिल सकेगा। इसके लिए विभाग द्वारा 18 नवम्बर, 2015 को एक कार्य योजना भी जारी की गई है, जिसके तहत चयनित शहरों के लिए अल्पकालीन कार्य योजनाएं तैयार कर कार्यदायी संस्थानों को सुलभ कराई जा चुकी है। इन चयनित माॅडल शहरों को बेहतर से बेहतर स्वरूप देने के लिए कार्यदायी संस्थाओं से डी0पी0आर0 तैयार कराई जा रही है, जिससे पर्यटन को दृष्टिगत रखते हुए इनका समन्वित एवं समग्र विकास हो सके।