मंत्रियों, विधायकों को मुलायम ने लगाईं फटकार

लखनऊ: समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव ने शुक्रवार को मंत्रियों, विधायकों व पार्टी कार्यकर्ताओं को फिर खरी-खरी सुनाई। उन्‍होंने कहा कि कब्जे कर रहे हो, पैसे ले रहे हो क्या इससे सरकार बनेगी। सत्ता में आना है तो राज्य सरकार की अच्छी योजनाओं को गांव-गांव तक पहुंचाओ।
जनेश्वर मिश्र के 84वें जन्मदिवस पर गोमतीनगर में उनके नाम पर बने पार्क में शुक्रवार को आयोजित कार्यक्रम में मुलायम सिंह पूरे रौ में दिखे। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को चेतावनी देते हुए कहा कि जमीन पर कब्जा करना बंद कर दो, अपनी कमियां दूर करो। अगर पैसा ही कमाना है तो रोजगार कर लो। राजनीति करना सबसे कठिन काम है। राजनीति में आलोचनाओं का सामना करना पड़ता है। इस मौके पर राज्‍यपाल राम नाईक, मुख्‍यमंत्री अखिलेश यादव ने भी जनेश्‍वर मिश्र के चित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित किए। राज्‍यपाल ने कहा कि जनेश्‍वर मिश्र जैसे नेता कम ही होते हैं।
मुलायम ने कहा कि मंत्री व अफसर कार्यकर्ताओं की उपेक्षा कर रहे हैं। उनकी जायज बातों को भी नहीं सुना जा रहा है। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को जानबूझकर व्‍यस्‍त रखा जा रहा है, ताकि उन तक सच्चाई न पहुंच सके। उन्होंने कहा कि नौजवानों की उपेक्षा हो रही है। उन्हें प्रशिक्षण नहीं दिया जा रहा है। अखिलेश से कहने के बाद भी नौजवानों के लिए प्रशिक्षण शिविर का आयोजन नहीं किया गया। शिविर नहीं लगेगा तो उन्हें कैसे पता चलेगा समाजवाद क्या है। नौजवानों व महिलाओं के बीच जाकर उन्हें पार्टी की नीतियां बताने की जरूरत है।
मुलायम सिंह ने कहा कि महिलाओं व नौजवानों को आगे बढ़ाने की जरूरत है। देश में महिला मुख्यमंत्री अच्छा काम कर रही हैं और वे चारों कामयाब हैं। इसलिए पार्टी में महिलाओं को आगे बढ़ाने की जरूरत है। उन्हें पीछे करके राजनीति नहीं कर सकते। पढ़ी-लिखी महिलाओं को छांटो और उन्‍हें टिकट दो।
उन्होंने कहा कि भाजपा कार्यकर्ता गांव-गांव तक पहुंच चुके हैं और हमें पता ही नहीं। यूपी विधानसभा चुनाव में दो पार्टियां पहले से लगी थीं, अब तीसरी पार्टी कांग्रेस की लीडर सोनिया गांधी भी निकल पड़ी हैं। मगर हमारे विधायकों को पता ही नहीं क्या हो रहा है। वह सचिवालय में बैठकर सरकार चला रहे हैं। हमारे अधिकतर विधायकों को यह भी पता नहीं कि उनकी सरकार ने जनता की बेहतरी के लिए कौन-कौन सी योजनाएं शुरू की हैं।
मुलायम सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री समझ लीजिए, हम दिल्ली में रहते हैं, मगर हमें सब खबर है। हम कुछ कहते हैं तो मुख्यमंत्री नाराज हो जाते हैं। उन्‍होंने पंडाल में उपस्थित पार्टी कार्यकर्ताओं-विधायकों से कहा कि जीतने वालों को टिकट देंगे,ऐसे-वैसों को नहीं। इसलिए पार्टी कार्यकर्ता जीतने वालों का समर्थन करें और अच्छे उम्मीदवार उतारने की पैरवी करें। उन्होंने कहा कि परिवार के पांच लोगों ने लोकसभा का चुनाव जीता इसके लिए जनता को हम दोषी नहीं ठहरा सकते हैं।