राज्यपाल ने छोटे लोहिया की जयंती पर आदरांजलि अर्पित की

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने आज स्व0 जनेश्वर मिश्र की 84वीं जयंती पर गोमती नगर स्थित जनेश्वर मिश्र पार्क जाकर उनके चित्र पर माल्यार्पण कर तथा प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर अपनी आदरांजलि अर्पित की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव, लोक निर्माण एवं सिंचाई मंत्री श्री शिवपाल सिंह यादव, बेसिक शिक्षा मंत्री श्री अहमद हसन, राजनैतिक पेंशन मंत्री श्री राजेन्द्र चैधरी, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री श्री नारद राय सहित अन्य मंत्री एवं विशिष्टजन भी उपस्थित थे। कार्यक्रम का आयोजन लखनऊ विकास प्राधिकरण की ओर से किया गया था।
राज्यपाल ने इस अवसर पर अपने विचार रखते हुए कहा कि स्व0 जनेश्वर मिश्र से उनके बहुत अच्छे संबंध थे। उम्र में स्व0 मिश्र उनसे सात माह बडे़ थे, उसी तरह कार्य और अनुभव में भी बडे़ थे। वे तीन बार लोकसभा और तीन बार राज्यसभा के सदस्य रहे। उनका धारा प्रवाह वक्तव्य बहुत प्रभावी होता था। उस समय लोकसभा में बड़ी शालीन बहस होती थी। उन्होंने कहा कि स्व0 मिश्र का अपने विचार रखने का तरीका अप्रतिम था।
श्री नाईक ने कहा कि यह संयोग है कि हम दोनों में कुछ समानतायें हैं। कभी वे सत्ता पक्ष में रहे तो मैं विपक्ष में और जब जनेश्वर मिश्र जी विपक्ष में तो मैं सत्ता पक्ष में रहा। मगर दोनों के संबंध बहुत नजदीक के थे। यह सुखद संयोग भी रहा कि हम दोनों ने अपने-अपने समय में रेलवे एवं पेट्रोलियम मंत्रालय का काम देखा। श्री मिश्र ने कई प्रधानमंत्रियों की कैबिनेट में काम किया। श्री राज्यपाल ने अपने संसद के दिनों को याद करते हुए बताया कि सेन्ट्रल हाल में भेंट के दौरान उत्तर के लोग और स्वयं पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी श्री मुलायम सिंह को ‘नेताजी‘ कहते थे। जनेश्वर मिश्र को ‘छोटे लोहिया‘ कहकर सम्बोधित किया जाता था। उन्होंने कहा कि जनेश्वर मिश्र का कद वास्तव में बहुत ऊंचा है।
राज्यपाल ने कहा कि ‘‘ प्रदेश के मुखिया के नाते मैं स्व0 जनेश्वर मिश्र की 84वीं जयंती पर अपनी तथा प्रदेश की जनता की ओर से श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ।‘‘