15 हिरासत में, कई पुलिस अधिकारी ससपेंड

नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश में बुलंदशहर के करीब एक महिला और उसकी नाबालिग बेटी के साथ कथित सामूहिक बलात्कार मामले में 15 लोगों को हिरासत में लिया गया. इस मामले में कई पुलिस अफसरों पर रविवार को कार्रवाई हुई। एसएसपी, एसपी (सिटी), सीओ और दो इंस्पेक्टरों को इस मामले में सस्पेंड कर दिया गया है।
इससे पहले पुलिस महानिदेशक जावीद अहमद ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में जानकारी साझा करते हुए कहा कि तीन आरोपियों की पहचान पीड़ितों द्वारा की जा चुकी है. इनमें से एक आरोपी फरीदाबाद, एक बुलंदशहर और एक बठिंडा का रहने वाला है.
उधर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इस वारदात को बेहद गम्भीरता से लेते हुए पुलिस को अपराधियों को गिरफ्तार करने के लिए 24 घंटे की मोहलत दी है. जावीद अहमद को मामले का तत्काल खुलासा करके दोषियों की गिरफ्तारी सुनिश्चित कराने तथा मामले से सम्बन्धित थानाध्यक्षों और पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्यवाही करने के भी सख्त निर्देश दिए हैं.
शुक्रवार की रात नोएडा से शाहजहांपुर जा रहे परिवार को दिल्ली-कोलकाता राष्ट्रीय राजमार्ग पर रोककर 5 आदमियों के समूह ने पहले लूटपाट की और फिर मां-बेटी के साथ सामूहिक बलात्कार किया. बताया जा रहा है कि बदमाशों ने कार में बैठी महिलाओं और पुरुषों को हाई-वे से कुछ दूर खेत में ले जाकर बंधक बना लिया. इसके बाद इन लोगों ने नकदी समेत जेवर लूट लिए. बाद में मां-बेटी के साथ सामूहिक बलात्कार को भी अंजाम दिया गया.
शुक्रवार की रात यह परिवार नोएडा से यूपी के शाहजहांपुर जा रहा था. बुलंदशहर में घुसते ही, उनकी कार की टक्कर किसी धारदार चीज़ से हो गई. इसके बाद उन पर पांच लोगों ने हमला किया. बुलंदशहर के वरिष्ठ पुलिस अफसर ने बताया कि आरोपियों ने परिवार के मर्दों को रस्सी से बांध दिया और महिला और उसकी बेटी के साथ बलात्कार किया.
अगली सुबह परिवार का एक सदस्य रस्सी खोलने में सफल रहा और फिर उसने मामले की रिपोर्ट पुलिस थाने में की. गौरतलब है कि यह हाईवे दिल्ली और कानपुर को जोड़ता है. घटनास्थल से महज़ 100 मीटर की दूरी पर एक पुलिस पोस्ट भी है। इस मामले में 15 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. आरोपियों की तलाश के लिए पुलिस की कई टीमों को तैनात किया गया है. मामले में कोतवाली देहात थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया गया है, साथ ही एक वरिष्ठ अधिकारी का तबादला भी कर दिया गया है.