सुलतानपुर। सपा विधायक अनूप संडा के पेट्रोल पंप से बरामद हुई प्रतिबंधित पिस्टल मामले मंे मुकदमा दर्ज होने के बाद मिल रही धमकी को लेकर एसपी से मिलने जा रहे युवक पर पुलिस भड़क गई। आरोप है कि कोतवाली ले जाकर युवक को गोली मार देने की धमकी भी दे डाली गई। एसपी ने मामले को गंभीरता से लिया है।
गौरतलब हो कि दो दिन पहले कोतवाली नगर के रूद्रनगर मोहल्ला निवासी आशुतोष झा सपा विधायक अनूप संडा के पेट्रोल पंप पर तेल भरवा रहा था। इसी दौरान नितेश शर्मा, यशवंत सिंह आदि ने आशुतोष पर हमला बोल दिया था। यह घटना पेट्रोल पंप पर लगे सीसीटीवी कैमरे मंे भी कैद हो गई थी। आशुतोष के बताए गए स्थान पर पहुंची पुलिस ने नाइन एमएम की पिस्टल व 32 बोर की पिस्टल के साथ हत्या जैसे संगीन मामलों मंे वांछित पकड़ा गया था। गिरफ्तारी के बाद उसको जेल भेजा गया था, कुछ को जमानत मिल गई थी। पिस्टल बरामदगी के समय ही नाराज चल रहे दरोगा एसपी सिंह ने आशुतोष झा को पीटने के बाद उसका मोबाइल फेंक दिया था। जमानत के बाद आशुतोष को जान से मारने की धमकी मिल रही थी। इसी सिलसिले मंे वह गुरुवार को पुलिस अधीक्षक से मिलने जा ही रहा था कि उसकी भेंट डाकखाने चैराहे पर आरोपियों से हो गई। जहां से वह किसी तरह बचकर निकल गया और 100 नम्बर डायल किया। सूचना पर नगर कोतवाल और दरोगा एसपी सिंह पहुंच गए। तहरीर हाथ मंे देख छीनने के बाद उसे नगर कोतवाली लेकर चले गए। अपराधियों को पकड़ने के बजाए पुलिस आशुतोष को ही धमकाती रही। आरोप है कि दरोगा एसपी सिंह ने आशुतोष को गोली मार देने की धमकी भी दे डाली। हालाॅकि एक माननीय की पैरवी के चलते आशुतोष को छोड़ा गया। आशुतोष का कहना है कि आरोपियों के साथ साथ पुलिस भी उसकी दुश्मन इसलिए बन गई है कि उसने दरोगा एसपी सिंह के कहने पर मनचाही तहरीर नही दी थी। तहरीर में दरोगा कुछ लोगों का नाम निकलवाना चाह रहे थे।

महिला को विषैले सांप ने डसा, मौत

सुलतानपुर। घास काटने खेत गई एक महिला को विषैले सर्प ने डस लिया। थोड़ी देर बाद जब वह मुर्छित होने लगी तो परिजन अस्पताल लेकर भागे। रास्ते मंे उसकी मौत हो गई।
पीपरपुर थाना क्षेत्र के महेसुआ गांव निवासी बलदेव की पत्नी जानवरों के लिए घास काटने खेत गई थी। वह जैसे खेत पहुंची इसी बीच उसे किसी जहरीले सांप ने काट लिया। जब तक वह कुछ करती देखते ही देखते उसे गश आने लगा। सांप के काटने की सूचना परिजनों को मिली तो आनन-फानन में उसे लेकर जिला अस्पताल भागे। परिजन जब तक अस्पताल पहुँचते रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। मां की आकस्मिक मौत से बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल है। लोगों के लाख ढांढस के बाद भी उनके आंसू थमने का नाम नही ले रहे हैं।