लखनऊ। उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने भाजपा के निष्कासित नेता दयाशंकर सिंह द्वारा बसपा मुखिया मायावती के खिलाफ कथित अपशब्द कहे जाने के विरोध में उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा गत गुरुवार को लखनउ में प्रदर्शन के दौरान सिंह के परिवार की महिलाओं के खिलाफ की गई आपत्तिजनक नारेबाजी की आडियो और वीडियो क्लिप मांगी है।
गौरतलब है कि दयाशकर का परिवार आज राज्यपाल राम नाइक से मिला और न्याय की मांग की ।
राज्यपाल ने बताया कि मैंने प्रशासन और पुलिस से पिछले दिनों लखनऊ में हुए बसपा के विरोध प्रदर्शन की आडियो और वीडियो क्लिप उपलब्ध कराने को कहा है। मैंने कल मुझसे मिलने आए भाजपा के प्रतिनिधिमण्डल से भी कहा है कि अगर इस सिलसिले में उनके पास कोई सूचना उपलब्ध है तो मुझे दें। नाईक ने कहा कि यह केवल एक घटना की जानकारी मांगने की कार्रवाई है। हम सामान्यत: ऐसी घटनाओं की जानकारी मांगते हैं।
गौरतलब है कि पुलिस पहले ही कह चुकी है कि उसने बसपा के विरोध प्रदर्शन की वीडियोग्राफी कराई है और उसकी पड़ताल करने के बाद, कथित अपशब्द कहने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
अपशब्द विवाद को लेकर राजनीतिक रस्साकशी भी शुरू हो गयी है। भारतीय जनता पार्टी ने बसपा मुखिया मायावती के खिलाफ कथित आपत्तिजनक टिप्पणी के आरोप में पार्टी से निष्कासित नेता दयाशंकर सिंह के परिवार की महिला सदस्यों के खिलाफ बसपा नेताओं द्वारा कथित अपशब्द कहे जाने पर विरोध जताते हुए कल ‘बेटी के सम्मान में, भाजपा मैदान में’ के नारे के साथ पूरे प्रदेश में प्रदर्शन किया और राज्यपाल को ज्ञापन सौंप कर दोषियों की गिरफ्तारी की मांग की थी।
बसपा कार्यकर्ताओं ने मायावती के खिलाफ कथित आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद गुरुवार को सिंह की गिरफ्तारी की मांग को लेकर राजधानी में प्रदर्शन किया था। उस दौरान सिंह की बेटी तथा उनके परिवार की महिला सदस्यों के खिलाफ कथित अपशब्दों का प्रयोग किया गया था। प्रदर्शन का नेतृत्व सिद्दीकी ने किया था।
इस मामले में सिंह की मां तेतरा देवी की तरफ से शुक्रवार को हजरतगंज कोतवाली में बसपा मुखिया मायावती, बसपा महासचिव नसीमुद्दीन सिद्दीकी और प्रदेश अध्यक्ष रामअचल राजभर आदि के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करी गई थी।