नई दिल्ली। इस्लामिक विद्वान डॉक्टर जाकिर नाइक के पीआरओ को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार पीआरओ का नाम अर्शी कुरैशी है। महाराष्ट्र एटीएस और केरल पुलिस ने कुरैशी को नवी मुंबई से गिरफ्तार किया है। ऐसा माना जा रहा है इस गिरफ्तारी के साथ ही डॉक्टर नाइक की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक कुरैशी की जिसे मामले में गिरफ्तारी हुई वो इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन (IRF) और आतंकी संगठन आईएसआईएस (ISIS) से जुड़ा है। दरअसल, केरल से भागी लड़की जिसका नाम पहले नाम मरीन था। वह दो साल पहले तक मुंबई में एक बीपीओ में काम करती थी। इस दौरान मरीन की मुलाकात आईया नाम के लड़के से हुई। दोनों में दोस्ती हुई और बाद में दोनों ने शादी कर ली।
आईया लगातार इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन (IRF) के दफ्तर में जाता था और पकड़े गए अर्शी कुरैशी के लगातार संपर्क में था। आईया ने ही मरीन को अर्शी से मिलवाया और बाद में अर्शी कुरैशी ने मरीन का धर्म बदल कर इसे मरियम बना दिया। बताया जाता है की मरीन, अर्शी से काफी ज्यादा प्रभावित थी। अब इस मामले में मरीन का पति आईया भी लापता है। एटीएस और केरल पुलिस उसकी तलाश में छापेमारी कर रही है।
बता दें कि अभी हाल ही में डॉक्टर नाइक ने अपने भड़काऊ भाषणों से आतंकवादियों को प्रेरित करने के आरोप पर सफाई दी थी। नाइक ने सऊदी अरब के मदीना से स्काई के जरिए मुंबई में संवाददाताओं से बात की और अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को उसने खारिज किया था। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में उसने दावा किया कि उनके बयानों को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया। उन्होंने जोर देकर कहा कि वह 'शांति दूत' हैं और सभी प्रकार की आतंकवादी गतिविधियों की निंदा करते हैं।
हाल ही में डॉक्टर नाइक तब सुर्खियों में आए जब बांग्लादेश में आतंकवादी हमला कर 20 लोगों को मौत के घाट उतारने वाले दो हमलावरों के बारे में जब यह जानकारी मिली कि उन्होंने नाइक के भाषणों से प्रेरणा ली थी। इसके बाद से नाइक का पीस टेलीविजन व पीस मोबाइल बांग्लादेश में प्रतिबंधित कर दिया गया।इस घटना के बाद भारत में खुफिया एजेंसियों ने भी डॉक्टर जाकिर नाइक पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया। सरकार ने भी नाइक के भाषणों की भी जांच करवाई।