बीजिंग: दक्षिणी चीन सागर के मुद्दे पर संयुक्त राष्ट्र समर्थित न्यायाधिकरण का ऐतिहासिक फैसला आने के बाद चीन की सेना ने लंबी दूरी की मिसाइलों सहित कई नए हथियारों को सार्वजनिक किया।
पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) की दक्षिणी कमान ने वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों की मौजूदगी में समुद्र और हवा में मार करने में सक्षम कई हथियारों को पेश किया। अंतरराष्ट्रीय न्यायाधिकरण के उस फैसले की पृष्ठभूमि में इन हथियारों को राष्ट्रीय टेलीविजन पर दिखाया गया, जिसमें उसने दक्षिणी चीन सागर पर चीन के दावे को खारिज कर दिया था और फिलीपीन के दावे को बरकरार रखा था।
सैन्य विशेषज्ञों का कहना है कि चीन की ओर से हथियारों को इस तरह सार्वजनिक करने का मकसद यह दिखाना है कि दक्षिणी चीन सागर का मोर्चा संभालने वाली उसकी दक्षिणी कमान अमेरिका के साथ किसी भी संभावित सैन्य टकराव के लिए तैयार है।
केंद्रीय सैन्य आयोग के उप प्रमुख जनरल फैन चांगलोंग के दौरे के दौरान इन हथियारों को पेश किया गया। वह राष्ट्रपति शी चिनफिंग के बाद दूसरे नंबर के सैन्य अधिकारी है। शी इस आयोग की अध्यक्षता करते हैं।
फैन ने सैनिकों का आह्वान किया कि वे मुकाबले की स्थिति और उपकरणों एवं साजो-सामान की तैयारी में सुधार के लिए तैयार रहें। उन्होंने कहा कि अधिकारियों और सैनिकों को चीन की संप्रभुता, सुरक्षा और हितों के लिए पैदा होने वाले खतरों के प्रति जागरूक रहना चाहिए।
सरकारी प्रसारक सीसीटीवी ने दिखाया कि सैनिक डीएफ-16 मिसाइल के साथ खड़े हैं। इस मिसाइल की मारक क्षमता 1,000 किलोमीटर है।