गया: बिहार के गया और औरंगाबाद सीमा पर सीआरपीएफ और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ में चार नक्सली मारे गए है। इनमें से तीन नक्सलियों के टॉप कमांडर बताए जा रहे हैं। मारे गए नक्सलियों के पास ऑटोमेटिक हथियार भी मिले हैं। इस मुठभेड़ में और भी नक्सलियों के मारे जाने की खबर है, लेकिन उनके शव सीआरपीएफ को नहीं मिल पाए हैं। इस ऑपरेशन में सीआरपीएफ की कोबरा बटालियन के दस जवान शहीद हुए हैं।
घटनास्थल पर हुए बड़े आईईडी के धमाके की वजह से इन जवानों की जान चली गई। चार जवान घायल भी हैं, जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है। फिलहाल अभी भी वहां पर ऑपरेशन जारी है।
सीआरपीएफ और नक्सलियों की बीच मुठभेड़ औरंगाबाद और गया के बार्डर पर डुमरीनाला के पास सोमवार को हुई है। सीआरपीएफ के जवान इस इलाके में 16 जुलाई से ही नक्सलियों की खोज में निकले थे, लेकिन उनका नक्सलियों से आमना-सामना सोमवार को करीब साढ़े 11 बजे दिन में हुआ ।
नक्सलियों ने पहले इन पर गोलीबारी की। फिर करीब 27 से 28 आईईडी धमाके भी किए। देर रात को इलाके में आईइडी होने की आशंका की वजह से ऑपरेशन रोक दिया था ताकि कोई अप्रिय घटना और ना हो जाए। हालात का मुआयना करने के लिए खुद सीआरपीएफ के डीजी के दुर्गा प्रसाद और दूसरे वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल पर जाएंगे।
205 वीं कोबरा बटालियन के जवानों को नक्सल विरोधी अभियान के लिए राज्य में तैनात किया गया है। विशेष अभियान पर तैनात सीआरपीएफ की कोबरा इकाई के लिए यह सबसे बड़ी क्षतियों में से एक है।