नई दिल्ली: दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल रविवार को जनता के सवालों का सीधे जवाब दे रहे हैं। इस कार्यक्रम का नाम 'टॉक टू एके' रखा गया है। इस मंच पर भी केजरीवाल ने केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर केंद्र दिल्ली में भारत-पाकिस्तान जैसी स्थिति नहीं बनाता तो हम चार गुना बेहतर काम कर पाते।' करीब आधे घंटे अपनी बात रखने के बाद मुख्यमंत्री ने सवालों के जवाब देने शुरू किए हैं। इस दौरान सरकार द्वारा विज्ञापन पर खर्च किए जाने वाले सवाल पर केजरीवाल ने कहा 'हमने जो काम किया है, वह असल है, काल्पनिक नहीं। आप चाहें तो खुद आकर देख सकते हैं।'
संसदीय सचिव से जुड़े सवाल पर केजरीवाल ने कहा 'हमने प्रवीण कुमार को संसदीय सचिव नियुक्त किया था ताकि स्कूलों के हालात देखे जा सकें। वह स्कूल के राउंड लगाने जाया करते हैं लेकिन हम बदले में उन्हें कुछ नहीं देते हैं। हमने उन्हें रैंक दी ताकि स्कूलों में जाने के लिए उनका पास कोई अधिकार हो। लाभ के पद के लिए उन्हें किसी तरह का आर्थिक फायदा होना चाहिए जो कि इस मामले में नहीं हुआ है।'
विधायकों की तनख्वाह बढ़ाने की जरूरत से जुड़े सवाल पर केजरीवाल का जवाब था 'एक वक्त बिना तनख्वाह के काम करने का कल्चर था लेकिन फिर वे लोग दूसरे तरीकों से पैसा लेते थे। हम इस भ्रष्टाचार को रोकना चाहते थे। विधायक को 12 हज़ार रुपए प्रति महीने की पगार मिलती है, हमने उसे 50 हज़ार कर दिया, क्या ये बहुत ज्यादा है? अगर हम ऐसा नहीं करेंगे तो आप उन्हें भ्रष्टाचार के रास्ते पर धकेल देंगे।'
इससे पहले केजरीवाल ने कहा 'दिल्ली के सरकारी स्कूलों की हालत खस्ता थी जिसे हमने चुनौती की तरह स्वीकारा। शिक्षा का बजट 10 हज़ार करोड़ रुपए किया और मूलभूत सुविधाओं को दुरुस्त किया। साथ ही आप सरकार ने अपने मेहनत के दम पर कई योजनाओं में जनता के पैसे को बचाया है।'
उन्होंने कहा 'मैं मीडिया को वक्त वक्त पर इंटरव्यू देता रहा हूं लेकिन मैंने पाया कि जनता के सवाल मीडिया से काफी अलग होते हैं।' आप सरकार द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में केजरीवाल के साथ डिप्टी सीएम मनीष सिसौदिया भी मौजूद हैं, साथ ही संगीतकार विशाल डडलानी इस सत्र में मोडरेटर की भूमिका में हैं। इस मंच के ज़रिए केजरीवाल ने केंद्र सरकार से भी शिकायतें और अनुरोध किए। जनलोकपाल बिल को लेकर केजरीवाल ने कहा कि 8 महीने से यह बिल केंद्र सरकार के पास पेंडिंग पड़ा है –
काम तो हो रहे हैं मगर केंद्र की तरफ से अगर बाधाए न हो तो काम और अच्छे से हो जाये – अरविंद केजरीवाल LIVE #TalkToAK
गौरतलब है कि टॉक टू एके के जरिए आम आदमी पार्टी देश से जुड़ने का यह उपक्रम ऐसे समय में कर रही है जब वह गोआ, पंजाब और गुजरात विधानसभा चुनावों के लिए कमर कस रही है। वैसे माना जा रहा है कि पीएम मोदी के 'मन की बात' कार्यक्रम का जवाब केजरीवाल 'जनता के मन की बात' कार्यक्रम करके देंगे। दिल्ली सरकार का कहना है कि जनता अपने नेता से एकतरफा संदेश नहीं सुनना चाहती बल्कि दोतरफा संवाद चाहती है, इसलिए सरकार ने कार्यक्रम लांच किया है। यह प्रोग्राम हर महीने होगा।