नई दिल्‍ली: सरकार और कांग्रेस के बीच वस्तु एवं सेवा कर यानी जीएसटी बिल को लेकर पहले दौर की बातचीत कामयाब रही है। अगली बैठक मॉनसून सत्र शुरू होने के बाद मंगलवार को होगी। कांग्रेस का रुख़ नर्म पड़ने के बाद जीएसटी के पास होने की संभावना बढ़ गई है।
मॉनसून सत्र की शुरुआत से पहले सरकार और कांग्रेस के बीच गर्मजोशी दिखाई दी, लेकिन क्या ये गर्मजोशी जीएसटी बिल का रास्ता साफ कर पाएगी, इस पर दोनों ही पक्ष फ़िलहाल बोलने को तैयार नहीं।

मॉनसून सत्र सोमवार से शुरू हो रहा है। सरकार और कांग्रेस की मंगलवार फिर से मुलाकात तय हुई है। ये इस बात का संकेत है कि बातचीत पटरी पर है। बैठक के बाद वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि सरकार की कोशिश जीएसटी पर आम राय बनाने की है।वहीं, गुलाम नबी आजाद का कहना है कि प्रारंभिक बात हुई है। अब पार्टी नेतृत्व से विचार-विमर्श के बाद फिर मुलाकात होगी।

सरकार को उम्मीद है कि जीएसटी इसी सत्र में पास हो जाएगा। सूचना एवं प्रसारण मंत्री एम वेंकैया नायडू का कहना है कि सरकार सबसे बात कर रही है।
कांग्रेस ने जीएसटी की 18 फीसदी दर को संविधान का हिस्सा बनाने की अपनी मांग पर नरमी का संकेत दिया है। तो वहीं सरकार कांग्रेस की दो दूसरी मांगों पर नरमी का संकेत दे रही है।
अब वित्त मंत्री और संसदीय कार्य मंत्री प्रधानमंत्री से मुलाकात करेंगे तो वहीं ग़ुलाम नबी आजाद और आनंद शर्मा… सोनिया गांधी, मनमोहन सिंह और राहुल गांधी से। इसके बाद मंगलवार की मुलाकात में तस्वीर कुछ साफ होने की संभावना है।