नई दिल्ली। ढाका आतंकी हमले को अंजाम देने वालों के इस्लामिक विद्वान जाकिर नाइक से प्रभावित होने की रिपोर्ट्स सामने आने के बाद मुंबई पुलिस और एनआईए ने मुंबई के इस शख्स की तकरीरों की जांच शुरू कर दी है। अभी एजेंसियां जाकिर नाइक के वीडियो की सही तरीके से जांच कर रही हैं और 11 जुलाई को उनके भारत लौटने पर उनसे संपर्क किया जाएगा। एजेंसियां खास तौर से उसके वीडियो को इस नजरिए से भी जांच रही हैं कि कहीं उसने खलीफा पर कोई बात की थी? या फिर उसने किसी आतंकी संगठन की तारीफ की थी?
एटीएस और एनआईए ने बताया कि अभी उनके पास जाकिर नाइक को लेकर किसी तरह का ठोस सबूत नहीं है और अभी नाइक के भाषणों की प्रमाणिकता की जांच की जा रही है। इस बीच जाकिर नाइक के इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन के एडमिनिस्ट्रेशन मैनेजर मंजूर शेख ने बताया कि मुझे ऊपर से आदेश मिला है कि अभी किसी तरह की प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं करनी है। बांग्लादेश के हमलावरों के सवाल पर शेख ने कहा कि कुरान में लिखा है कि किसी बेगुनाह को मार नहीं सकते।
गृह राज्य मंत्री किरण रिजीजू ने कहा कि जाकिर नाइक के भाषण हमारे लिए गंभीर हैं। हमारी एजेंसियां इसपर काम कर रही हैं। आईबी की इसपर नजर है लेकिन एक मंत्री के तौर पर मैं इस बात पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दूंगा कि क्या कार्रवाई की जा रही है। इंटेलिजेंस सूत्रों ने बताया कि ढाका में हमला करने वाले सिर्फ 7 आतंकी ही नहीं बल्कि आईएस के हैदराबाद मॉड्यूल के इब्राहिम यजधानी के भी जाकिर से प्रभावित होने की बात सामने आई है। यजधानी ने कई साल पहले नाइक के भाषण देखे थे। उसने नाइक के 2010 में दस दिवसीय कैंप को भी अंटेंड किया था।