नई दिल्ली: बहुचर्चित टूजी घोटाले से जुड़े एस्ट्रो ग्रुप पर सरकारी जांच एजेंसियों की पकड ़मजबूत होने के साथ ही देश को विभिन्न कंपनियों के भविष्य पर सवालिया निशान लग गया है। एस्ट्रो समूह देश से अपना कारोबार समेट कर खिसकने की फिराक मे है जिसके कारण सन डायरेक्ट, रेड एफएम, इंडियन रूट्स, आस्कमी समूह जैसे कंपनियो के लिए बहुत बड़ा संकट पैदा हो सकता है।
मालूम हो कि जब टूजी स्कैम का खुलासा हुआ था तो उसमें एयरसैल मैक्सिस से जुड़े आनंदकृष्णन के खिलाफ भी सीबीआई ने अपनी चार्जशीट दाखिल की थी। जिन संगठनों और लोगो पर मनीलांडरिंग व धोखाधड़ी के आरोप लगे थे उनमें आनंदष्णन की कंपनी एस्ट्रोग्रुप भी शामिल है। सीबीआई सूत्रो ंके मुताबिक अब मलेशियाई नागरिक टी आनंदकृष्णन हिंदुस्तान से अपना सारा कारोबार खत्म कर अपना पैसा निकाल ले जाना चाहते है।
मालूम हो कि इस समूह ने रेडियो चैनल रैडएफएम, डीटीएच सेवा प्रदाता सन डायरेक्ट व दिल्ली स्थित आस्कमीग्रुप में निवेश किया हुआ है। उसकी रेड एफएम में 20 फीसदी हिस्सेदारी है जिसके मालिक कला निधि मारन है। जबकि मारन के ही सन डायरेक्ट में उनका 30 फीसदी व आस्कमी ग्रुप में 95 फीसदी हिस्सेदारी है। सूत्रो ंके मुताबिक दुनिया में सबसे तेजी से विकसित होने वाली अर्थव्यवस्था होने के बावजूद एस्ट्रो ग्रुप के यहां से अपना धंधा समेटने की वजह उनके खिलाफ चल रहे गंभीर मामले है जिनकी जांच में राजग सरकार के सत्ता में आने के बाद तेजी आयी है। एयरसैल-मैक्सिस कांड की आंच अब आनंद ष्णन तक पहुंचने वाली है। मालूम हो कि सीबीआई पहले ही एस्ट्रो ग्रुप पर धोखाधड़ी का मामला दर्जकर चुकी है व इसके कारण उसे इंडोनेशिया में अपना कारोबार बंद करना पड़ा था।
सीबीआई सूत्रों के मुताबिक जांच में यह पता चला है कि मुंबई स्थित आस्ट्रा 21 लाइफ स्टाइल प्राइवेट लिमिटेड वास्तव में एस्ट्रो समूह की ही मुखौटा कंपनी है। एस्ट्रा 21 के निदेशक अशोक राज गोपाल एस्ट्रोग्रुप के प्रमुख सदस्यों में से है। इस समूह का दिल्ली के महारानी बाग में दफ्तर भी था जिसे एस्ट्रो इंडिया के नाम से चलाया जा रहा था। अब यह अचानक बंद कर दिया गया है। वहा ंके प्रमुख सघवेंद्र माधव भी लापता हो गए हैं। जांच एजेंसियों को आशंका है कि कही यह कंपनी भी विजय माल्या की तरह देश में अपना पैसा निकाल कर गायब न हो जाए।