प्रोफेसर राजेन्द्र प्रसाद निदेशक मेडिकल एजुकेशन एवं विभागाध्यक्ष पल्मोनरी मेडिसिन विभाग, एराज़ लखनऊ मेडिकल कालेज, पूर्व निदेशक वल्लभ भाई पटेल चेस्ट इन्स्टीट्यूट दिल्ली, पूर्व निदेशक उत्तर प्रदेश ग्रामीण आयुर्विज्ञान एवं अनुसंधान संस्थान, सैफई और पूर्व प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष पल्मोनरी मेडिसिन किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी लखनऊ को राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी द्वारा प्रतिष्ठित डाॅ0 बी.सी. राय नेशनल अवाॅर्ड से 1 जुलाई 2016 को सम्मानित किया गया। ये अवाॅर्ड उन्हें भारतवर्ष में पल्मोनरी मेडिसिन को विकसित एवं प्रचलित करने के लिये प्रदान किया गया। प्रोफेसर राजेन्द्र प्रसाद देश के विख्यात चैस्ट फिजिशियन और टी0 बी0 रोग विशेषज्ञ हैं जो चेस्ट रोगो के इलाज के अतिरिक्त पल्मोनरी मेडिसिन के बहुत लोकप्रिय चिकित्सा शिक्षक भी हैं। वर्तमान मे वे भारत के सशस्त्र बल चिकित्सा सेवा में श्वास रोगो के मानद सलाहकार भी हैं। प्रो0 राजेन्द्र प्रसाद रिवाइज्ड़ नेशनल टी.बी. कंट्रोल प्रोगाम के नेशनल टास्क फोर्स के उपाध्यक्ष है।
प्रोफेसर प्रसाद उत्तर-प्रदेश के सुदुर गाॅव के पैदा हुये और उसके उपरान्त सारी चिकित्सा शिक्षा किंग जार्ज मेडिकल काॅलेज लखनऊ से प्राप्त की। प्रोफेसर प्रसाद ने 1974 में एम. बी. बी. एस. और 1979 में एम. डी. की उपाधि किंग जार्ज मेडिकल काॅलेज लखनऊ से प्राप्त की। इसके अतिरिक्त उन्होने जापान से पल्मोनरी मेड़िसिन फाइबर-आॅप्टिक ब्रोन्कोस्कोपी एवं फेफड़े के कैंसर मेें उच्च प्रशिक्षण भी प्राप्त किया। प्रोफेसर प्रसाद किंग जार्ज मेडिकल काॅलेज लखनऊ मे क्षय रोग विभाग को पल्मोनरी मेडिसन विभाग बनानें में अहम योगदान दिया। उन्होनें ने विडियोंब्रोन्कोस्कोपी, थोरेकोस्कोपी, थोरेसिक आॅन्कोलाॅजी, एवं स्लीप लैब को विकसित करने में अभूतपूर्व योगदान दिया। उत्तर-प्रदेश ग्रामीण अनुसंधान के निदेशक रहते हुये बेहद कम समय में पैरामेडिकल एवं नर्सिग कालेज स्थापित किया। वल्लभ भाई पटेल चेस्ट इन्स्टीट्यूट के निदेशक रहते हुये उन्होनें उसे अन्र्तराष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय स्तर पर बेहद ख्याति दिलाई।
देश में पल्मोनरी मेडिसिन के क्षेत्र में अनेक छात्र-छात्रओं के लिए प्रोफेसर प्रसाद एक मार्गदर्शक के रूप में जाने जाते है और प्रोफेसर प्रसाद से शिक्षा ग्रहण किये हुए छात्र आज देश विदेश में अहम पदों पर पदासीन है। प्रोफेसर प्रसाद अमेरिकन कालेज आॅफ चेस्ट फिजिशियन के अन्र्तराष्ट्रीय गर्वनर भी रह चुकें हैं। डाॅ0 राजेन्द्र प्रसाद को पल्मोनरी मेंडिसिन के क्षेत्र में सभी पाँच वैज्ञानिक मण्डल के अध्यक्ष होने का विशिष्ट गौरव प्राप्त है। राष्ट्रीय और अन्र्तराष्ट्रीय सगंठनों में अनेक विशिष्ट फैलोशिप के अतिरिक्त डाॅ0 राजेन्द्र प्रसाद को भारतवर्ष में नेशनल एकेडिमी आॅफ मेडिकल सांइसेस, अमेरिकन काॅलेज आॅफ चेस्ट फिजिशियन यू0 एस0 ए0 एवं राॅयल काॅलेज आॅफ फिजिशियन, ग्लासगो द्वारा भी फैलोशिप प्रदान की गई है। इसके साथ डाॅ0 राजेन्द्र प्रसाद ने 295 पेपर राष्ट्रीय और अन्र्तराष्ट्रीय जरनलों में प्रकाशित किये हैं। डाॅ0 राजेन्द्र प्रसाद ने 7 किताबों के लेखक है जिसमें तीन किताबें टी0बी0 पर हैं। उन्ही किताबों में से एटलस आॅन फाइबर-आॅप्टिक ब्रोन्कोस्कोपी जो कि भारतीय मरीजो पर आधारित पहली एटलस है जिसका विमोचन 2015 में भूतपूर्व राष्ट्रपति ड़ाॅ0 ए0 पी0 जी0 अब्दुल कलाम ने किया था। इन्होने कई राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय बैठको और सेमिनारों में 1300 से भी अतिथि व्याख्यान और वैज्ञानिक दस्तावेज प्रस्तुत कर चुके है। डाॅ0 राजेन्द्र्र प्रसाद को 40 से भी अधिक पुरूस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है। जिसमें प्रमुख यू0 पी0 रत्न आवार्ड, ओ. ए. शर्मा ओरशन अॅवार्ड, एम. संतोषम ओरेशन अॅवार्ड, डी. एन. शिवपुरी ओरशन अॅवार्ड, इण्डियन चेस्ट सोसायटी आॅनर लैक्चर अॅवार्ड, डाॅक्टर रेड्डी लंग कैंसर ओरेशन अॅवार्ड, प्रोफेसर रमन विश्वनाथन मेमोरिएिल चेस्ट अॅवार्ड, ट्यूबर क्लोसिस एसोसिएशन आॅफ इण्ड़िया, ओरेशन अॅवार्ड एवं उत्तर प्रदेश सरकार का विज्ञान गौरव पुरूस्कार, इण्डियन एसोशियेशन फाॅर ब्राॅन्कोलाॅजी द्वारा लाइफ टाइम अचीवमेन्ट अवॅार्ड प्राप्त है।