भाजपा पर लगाया सांप्रदायिक आधार पर ध्रुवीकरण का अारोप

लखनऊ: कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी और राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव नजदीक होने के कारण भाजपा सांप्रदायिक आधार पर ध्रुवीकरण की कोशिशों में जुटी हुई है। मथुरा व कैराना से लेकर समान नागरिक संहिता तक के मुद्दे इन्हीं कोशिशों का हिस्सा हैं।
आजाद रविवार को परिवर्तन चौक के निकट एक होटल में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। वह प्रदेश कांग्रेस के अल्पसंख्यक विभाग के अध्यक्ष एवं पूर्व एमएलसी हाजी सिराज मेंहदी की ओर से आयोजित रोजा इफ्तार पार्टी में हिस्सा लेने आए हुए थे। उन्होंने कहा कि भाजपा सांप्रदायिक मसलों के सहारे ही जिन्दा है लेकिन यह देश इसलिए चल रहा है क्योंकि यहां का बहुसंख्यक हिन्दू सेक्‍युलर है।
देश में आतंकी संगठनों की सक्रियता पर उन्होंने कहा कि देश में आतंक फैलाने वालों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए लेकिन ऐसा भी नहीं होना चाहिए कि खुफिया एजेंसियां किसी निर्दोष को फंसा दें। पार्टी की चुनावी मुहिम के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह पहले ही शुरू होना था लेकिन रमजान के महीने के कारण इसे टाला गया। पार्टी नहीं चाहती कि प्रदेश का अल्पसंख्यक समाज इसमें भागीदारी न कर पाए। ईद के बाद यह मुहिम शुरू हो जाएगी। प्रियंका गांधी के चुनाव प्रचार के सवाल को उन्होंने यह कहकर टाल दिया कि जब वह आएंगी तो सबको पता चल जाएगा।
‌इस मौके पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. निर्मल खत्री, सांसद प्रमोद तिवारी, पीएल पुनिया, पूर्व अध्यक्ष डॉ. रीता बहुगुणा जोशी, कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता प्रदीप माथुर, पूर्व मंत्री सत्यदेव त्रिपाठी व पूर्व सांसद जफर अली नकवी समेत बड़ी संख्या में पार्टी नेता एवं मौलाना मौजूद रहे। मौलाना खालिद रशीद फरंगीमहली व मौलाना सफदर ने रोजेदारों को नमाज पढ़वाई।