नई दिल्ली। दिल्ली के परिवहन मंत्री गोपाल राय ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होने अपने इस्तीफा देने का कारण स्वास्थ्य परेशानियों को बताया। गोपाल राय के इस्तीफे के बाद परिवहन मंत्रालय फिलहाल लोक निर्माण विभाग के मंत्री सत्येंद्र जैन को सौंपा गया है। जैन के पास स्वास्थ्य विभाग भी है।
गोपाल राय ने कहा था कि वह स्वास्थ्य कारणों से परिवहन मंत्री का काम नहीं संभाल पा रहे हैं इसलिए इस्तीफा देना चाहते हैं। उनके शरीर में 17 साल से एक बुलेट फंसी हुई थी और कुछ समय पहले ही उनकी बड़ी सर्जरी की गई थी।
सर्जरी के बाद उनके शरीर से गोली तो निकाल दिया गया लेकिन उनका शरीर ठीक से काम नहीं कर पाता है। डॉक्टरों ने उन्हें लंबे आराम की सलाह दी थी। इसी के चलते उन्होंने पद छोड़ने की पेशकश की थी।
भ्रष्टाचार के आरोपों पर गोपाल राय ने सोमवार को कहा था कि अगर उनके खिलाफ ऐप आधारित प्रीमियम बस सेवा योजना में भ्रष्टाचार का आरोप साबित होता है, तो मैं जेल जाने के लिए तैयार हूं। इस बस सेवा का मकसद दिल्ली की जनता को बेहतर सेवा देना है और मैं किसी भी तरह के भ्रष्टाचार में लिप्त नहीं हूं।
गोपाल राय के पास परिवहन के अलावा श्रम के अलावा रोजगार, विकास, सामान्य प्रशासन विभाग, सिंचाई एवं खाद्य नियंत्रण विभाग भी थे। परिवहन विभाग अब सत्येंद्र जैन को दे दिया गया है जिनके पास स्वास्थ्य विभाग, पीडब्ल्यूडी, बिजली विभाग हैं।
ऐप बेस्ड प्रीमियम सर्विस को लेकर भ्रष्टाचार निरोधक शाखा में चल रही जांच के सिलसिले में आज परिवहन मंत्री गोपाल राय अपने अधिकारियों के साथ आज दोपहर करीब एक बजे एसीबी के दफ्तर पहुंचे। उनका साथ देने के लिए आम आदमी पार्टी के कई विधायक भी वहां मौजूद थे। गोपाल राय करीब एक घंटे तक एसीबी के दफ्तर में रूके। इस बीच उनके समर्थक एसीबी के दफ्तर के बाहर नारे लगाते रहे। बाहर आकर गोपाल राय ने कहा कि एसीबी एक भी एफआईआर नहीं दिखा पाई और साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि अगर एक रुपये का भी भ्रष्टाचार हुआ होगा तो मैं जेल जाने को तैयार हूं।