लखनऊ: लक्ष्मण मेला मैदान लखनऊ में भारतीय किसान मजदूर यूनिट (सिंघानिया) की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक उत्तर प्रदेश प्रभारी एस0 के0 सिंघानिया के नेतृत्व में सम्पन्न हुई। बैठक को सम्बोधित करते हुये श्री एस0 के0 सिंघानिया ने कहा कि प्रदेश व राष्ट्र के निर्माण में किसान व मजदूरों की अहम भूमिका है। किसान राष्ट्र के लिये उसी प्रकार है जिस प्रकार से रीढ़ की हड्डी। देश की असली मालिक जनता है व किसान अन्नदाता है। जहां पर किसान हित की योजनाओं के लिये केन्द्र व राज्य सरकारों द्वारा करोड़ों रूपये खर्च किया जा रहा है, पर उसका लाभ केवल कुछ किसानों व कागजों तक सीमित है। आज भी 90 प्रतिशत किसान योजनाओं से अनभिज्ञ है। सरकार को ग्राम स्तर पर योजनाओं का प्रचार प्रसार तथा कम्प्यूटर हेतु किसानों को प्रशिक्षित करना चाहिये। साथ ही कहा कि किसानों के साथ हो रही नाइंसाफी को बर्दाश्त नही किया जायेगा एवं किसान, मजदूर व जनहित के लिये हमारे संगठन को यदि सड़कांें पर उतरना पड़ा तो उतरेंगे। हम किसान मसीहा मा0 लाल बहादुर शास्त्री व मा0 चैधरी चरण सिंह के विचारों पर किसानों को संगठित कर उनका हक दिलाने का प्रयास करेंगे। सत्ता पर राज वही करेगा जो किसानों, मजदूरों की बातों को सुनेगा। साथ ही कहा किसानों के गन्ने का बकाया सम्पूर्ण भुगतान यदि जल्द ही नही किया गया तो ऐसी दशा में भारतीय किसान मजदूर यूनिट (सिंघानिया) अहिंसक रूप से आन्दोलन करेगा। सत्ता के बलबूते किसानों, मजदूरों की आवाज को दबाना कतई बर्दाश्त नही किया जायेगा। जब देश का अन्नदाता खुश रहेगा तभी देश खुशहाल रहेगा। देश में पुनः हरित क्रान्ति लानी होगी। एक ओर जहां पर राजस्व वसूली के नाम किसानों का उत्पीड़न किया जा रहा हैं, वहीं दूसरी ओर कुछ ऐसे भी लोग हैं जो अरबों रूपये लेकर देश के बाहर चले गये। उनका कोई पुश्ता हाल नही है। साथ ही उत्पीड़न से त्रस्त किसानों, मजदूरों की मृत्यु जैसे जनपद बाराबंकी के असन्द्रा थाना क्षेत्र के अन्तर्गत पकरिहा गांव के मजदूर श्रीकांत व जनपद लखनऊ के थाना क्षेत्र पारा के हर्ष नगर निवासी रिंकू व थाना तालकटोरा के अशोक विहार कालोनी व थाना चिनहट के बाघामऊ में एक निमार्णाधीन बिल्ड़िंग की चैदहवीं मंजिल से गिरकर, जनपद कानपुर देहात के रसूलाबाद निवासी मजदूर जयकरन सिंह की मौत व जनपद मैनपुरी के थाना दन्नौहार क्षेत्र में किसान ने बैंक का कर्ज न अदा कर पाने के कारण आत्महत्या जैसे अनेक मृत मजदूर किसानों के प्रति श्री एस0 के0 सिंघानिया ने गहरा शोक व्यक्त किया एवं कहा आर्थिक तंगी से तंग आकर मजदूर किसान आत्महत्या कर रहे हैं। जहां पर एक ओर लोगों के पास इतना धन है कि वह रख नही पाते हैं। वहीं दूसरी ओर ऐसे भी किसान, मजदूर मौजूद हैं जिनकी प्राथमिक आवश्यकताएं जैसे रोटी, कपड़ा और मकान मूलभूत जरूरतें पूरी नही हो पा रही हैं और कहा वक्त आ गया है, अमीरी और गरीबी की खाई को मिटाना होगा तथा सक्रिय लोगों को आगे आना होगा। साथ ही श्री एस0 के0 सिंघानिया ने संगठन के सदस्यों तथा पदाधिकारियों को संगठन को मजबूत बनाने तथा सदस्यता अभियान पर जोर दिया।