दुनियाभर में बेहद लोकप्रिय यूरो कप फुटबॉल टूर्नामेंट का पहला दिन रूस और इंग्लैंड के बीच हुए मुकाबले में भारी हिंसा, प्रशंसकों के बीच झड़प-मारपीट, आगजनी की घटना का साक्षी बना जिसमें कई लोगों के घायल होने की भी खबरें हैं।
मार्सिली में इंग्लैंड और रूस के बीच खेले गए पहले मुकाबले में जैसे ही स्टॉपेज टाइम में रूस ने बराबरी का गोल दाग मैच को 1-1 से ड्रॉ कराया स्टेडियम में हिंसा शुरू हो गई। बड़ी संख्या में इंग्लैंड और रूस के समर्थकों के बीच इस दौरान मारपीट शुरू हो गई और दोनों ओर से सभी ने एक दूसरे पर बीयर की बोतलों फेंकी। दर्शकों ने स्टेडियम की कुर्सियों को तोड़ डाला।
दंगा रोधी पुलिस ने स्थिति को काबू करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे। पुलिस को वियुक्स पोर्ट ओल्ड पोर्ट की तंग गलियों में दंगाईयों को पकड़ने में भी काफी मशक्कत उठानी पड़ी। इस बीच खबर है कि यूरोपियन फुटबॉल की वैश्विक संस्था यूईएफए इस पूरे मामले के बाद रूसी समर्थकों के खिलाफ प्रतिबंध लगा सकती है। बताया जा रहा है कि यह हिंसा उस समय भड़की थी जब रूस ने 90वें मिनट में बराबरी का गोल दाग मैच को 1-1 से ड्रॉ कराया।
इस दौरान रूसी प्रशंसक अपने हिस्से से इंग्लिश समर्थकों की तरफ कूद पड़े और उन पर हमला कर दिया। वहीं एक तस्वीर भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है जिसमें एक व्यक्ति अपने बेटे को बचाने का प्रयास कर रहा है जबकि रूस का एक प्रशंसक उसे लात घूंसे मार रहा है।