नई दिल्ली : चार राज्‍यों में विधानसभा चुनाव में हार के बाद अब कांग्रेस में बगावत के सुर तेज हो गए हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुरुदास कामत ने पार्टी से इस्‍तीफा देने और छत्तीसगढ़ में अजीत जोगी के कांग्रेस छोड़कर नई पार्टी बना लेने के बीच कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने नया तरीका ढूंढा है जिसके तहत पार्टी ने एक 'एडवाइजर्स ब्लॉक' का गठन करने का सुझाव दिया है। इसमें 10 नेता और उद्योगपतियों को शामिल किया जाएगा जो पार्टी के अहम मुद्दों पर फैसला लेंगे।
कांग्रेस को 24 घंटे में तीन राज्यों में झटका लगा। महाराष्ट्र के नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री गुरुदास कामत ने मंगलवार को पार्टी से इस्‍तीफा दे दिया। राजनीति से संन्‍यास का एलान भी कर दिया। छत्तीसगढ़ में अजीत जोगी ने कांग्रेस छोड़ नई पार्टी बना ली। वहीं, त्रिपुरा के 6 बागी कांग्रेस विधायकों ने विधानसभा स्पीकर को टीएमसी ज्वाइन करने का लेटर दे दिया।
पार्टी की तमाम दिक्कतों को ध्यान में रखते हुए राहुल ने वेलफेयर रिफॉर्म्स और ट्राइबल राइट्स जैसे मुद्दे सुलझाने के लिए एडवाइजर्स ब्लॉक बनाने का सुझाव दिया है। राहुल का मानना है कि ये ब्लॉक पार्टी में नई जान फूंकेगा। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, राहुल का एडवाइजर्स ब्लॉक भाजपा के संसदीय बोर्ड जैसा होगा। हालांकि पार्टी के वरिष्ठ नेता इसकी शक्ति को लेकर सवाल उठा रहे हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक, इस एडवाइजर्स ब्लॉक में उद्योगपति और एक्टिविस्ट भी होंगे। राहुल इसमें पी. चिदंबरम और गुलाम नबी आजाद जैसे वरिष्ठ नेताओं को भी शामिल करना चाहते हैं। इस ब्लॉक के जरिए राहुल एक सामूहिक नेतृत्व का उदाहरण पेश करना चाहते हैं। इस नई टीम का ऐलान 11 जून को होने वाले राज्यसभा चुनाव के बाद कभी भी किया जा सकता है।